राहत : डेंगू के मरीजों की जांच अब जिला अस्पताल होगा
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जौनपुर। डेंगू के मरीजों की जांच के लिए अब सेंपल बीएचयू नहीं भेजना होगा। रक्त के एलाइजा टेस्ट की सुविधा अब जिला अस्पताल में ही सुलभ हो जाएगी। समय से रिपोर्ट मिल जाने से गंभीर मरीजों के उपचार में सुविधा होगी। अस्पताल में उपचार व जांच के लिए चिकित्सकों व कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के साथ ही डेंगू की जांच के लिए आई एलाइजा रीडर मशीन जो चार साल से जंग खा रही थी। तैयार कर ली गई है।
बारिश के मौसम में मच्छरजनित बीमारियां महामारी का रूप धारण कर लेती हैं। जनपद में संसाधनों की कमी के चलते कई पीड़ितों की जहां जान चली जाती है, वहीं उपचार कराने में लोग बर्बाद हो जाते हैं। बुखार आने के पांच दिन तक एनएस-1 किट से आइजीजी की जांच की जाती है, लेकिन इससे कंफर्म नहीं हो पाता कि डेंगू पाजिटिव है। इसके लिए एलाइजा से आइजीजी व आइजीजीएम की जांच आवश्यक होती है। बुखार आने के साथ ही प्लेटलेट्स कम होने पर अक्सर निजी अस्पताल वाले मरीजों को डेंगू की आशंका जताते हुए गुमराह करते हैं। जांच और इलाज में मरीजों के काफी रुपये खर्च होते हैं, वहीं, जिला अस्पताल समेत सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों में डेंगू की जांच के लिए ब्लड सेंपल बीएचयू भेजना पड़ता है। प्रदेश सरकार ने मरीजों की सुविधा के लिए यहां सेंटिनल सर्विलांस लैब स्थापित कर लैब में एलाइजा रीडर समेत अन्य अत्याधुनिक मशीनें उपलब्ध करा दी थी। जिला अस्पताल में अभी तक जांच नहीं शुरू हो पाई थी।