पहाड़ों पर बर्फ की चादरे , मैदान में पानी , परेशान हुआ हर प्राणी
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जौनपुर। पहाड़ों पर अनवरत हो रही बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ के चलते जनपद शीतलहर की चपेट में है। बुधवार को जानलेवा ठंड ने सभी को हिलाकर रख दिया है। आसमान में बादलों के कारण सूरज की किरणें धरती पर नहीं उतरीं और दिनभर कोहरे की धुंध छाई रही। मौसम वैज्ञानिक के अनुसार न्यूनतम व अधिकतम तापमान में कम अंतर के कारण ठंड का असर अधिक रहा।
दो दिनों से आसमान में बादलों का डेरा है। दोपहर को बूंदाबादी के साथ ही गलन और बढ़ गई। रात को कोहरे व धुंध के कारण दृश्यता न होने से आवागमन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। शीतलहर के कारण सड़कों व कार्यालयों में सन्नाटे जैसी स्थिति रही। शाम होते ही लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो गए। बहुत आवश्यक होने पर ही लोग घर से बाहर निकले। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि निवर्तमान पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के साथ क्षेत्र में 30 दिसंबर से मौसम साफ होने तथा आगामी 48 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट के आसार है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी दिशा के मध्यवर्ती अक्षांश के उपोष्ण कटिबंधीय क्षेत्र से आए वर्तमान अपेक्षाकृत शक्तिशाली पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव आया। पिछले 24 घंटे के दौरान बुधवार की सुबह जौनपुर का न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेंटीग्रेड की वृद्धि के साथ 14.8 डिग्री सेल्सियस हो गया, जबकि अधिकतम तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। दिनभर सापेक्षिक आर्द्रता 100 प्रतिशत के आस पास बनी रही, इसी के चलते दिनभर आसमान में घने बादल छाए रहे तथा छिटपुट बूंदाबांदी भी हुई। सुबह के न्यूनतम तथा दिन के अधिकतम तापमान में बहुत कम अंतर होने के कारण दिनभर ठंड का असर भी बना रहा। उन्होंने बताया कि रात्रिकालीन विकिरणीय शीतलन बढ़ने से 30 दिसंबर से न्यूनतम तापमान में फिर से कमी आनी प्रारंभ हो जाएगी। आगामी 48 घंटों के दौरान इसमें तीन से चार डिग्री सेल्सियस की उल्लेखनीय कमी होने की संभावना है, जबकि इसी दौरान आसमान साफ होने के कारण दिन के अधिकतम तापमान में बढ़ोत्तरी हो सकती है। दूसरी तरफ ठंड से बचाव के लिए नगर समेत ग्रामीण अंचलों में अलाव की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है। राहगीर, श्रमिक व बेसहारा लोग ठिठुरते नजर आए। कार्यालयों व न्यायालय में भी उपस्थिति काफी कम रही। शाम होते ही सड़क पर सन्नाटा पसर गया।