हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए दो युवकों को छुड़ाने के लिए महिलाओं ने किया प्रदर्शन
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जौनपुर। केराकत कोतवाली क्षेत्र के बेलांव गांव में शनिवार की रात एक दलित युवती की पीट-पीट कर की गई हत्या के मामले में हिरासत में लिए गए दो युवकों को छुड़ाने के लिए गांव की महिलाओं ने कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रही महिलाएं हिरासत में रखे गए युवकों को छोड़ने की मांग कर रही थीं। महिलाओं का कहना है कि पकड़े गए युवक निर्दाेष हैं। पुलिस ने उन्हें जबरदस्ती उठाकर हिरासत में रखा है। प्रदर्शन का नेतृत्व मृतका के पति मुन्ना उर्फ मनिकराज ने किया। प्रदर्शन करने वालों में चनरा देवी, साधना देवी, स्नेहा, विद्या देवी सुमित्रा देवी रंजीत कुमार आदि करीब तीन दर्जन से अधिक लोग मौजूद रहे। कोतवाल संजय वर्मा ने समझा बुझाकर उन्हें शांत कराया। ज्ञात हो कि शनिवार की रात बलईपुर गांव का नंदू यादव उर्फ नारायण बेलांव गांव की 40 वर्षीया गीता देवी को उसके घर से बुलाकर ले गया था। कुछ देर बाद गीता देवी की गांव के नाले के पास खून से लथपथ शव बरामद हुआ। उसकी बुरी तरह पिटाई की गई थी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और मौके पर गंभीर रूप से घायल पड़े नंदू यादव को अपने साथ ले गई। हमलावर दोनों को ही मरा समझकर छोड़ गए थे। मामले में मृतका के पति मुन्ना राम ने नंदू यादव के खिलाफ हत्या और एससीएसटी के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। चर्चा है कि दलितों ने ही दोनों को आपत्ति जनक स्थिति में देखा और उनकी लाठी डंडे से पिटाई की। जिसके चलते गीता की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि नंदू गंभीर रूप से घायल हो गया। हमलावर उसे भी मरा समझकर भाग गए। इसी मामले में कोतवाली पुलिस ने दो अन्य दलित युवकों को भी हिरासत में लिया है।