हिज़ाब पर क़ानून ने पाबंदी नही लगाई: बोले आरिफ़ मोहम्मद खान
तय प्रोटोकॉल के तहत अपने मित्र सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ज़ेडके फैजान के घर पर उनका हॉल जानने राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि हिज़ाब पर कोई पाबंदी नही है, सिर्फ़ लोगों को गुमराह किया जा रहा है । सिविल कोड के प्रश्न पर कहा कि हिन्दू सिविल कोड कब ? उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ये एक्ट 1950 में ही लागू हो गया था क्या सिख, जैन, हिन्दू और बौद्धिस्ट सब एक जैसे हुए । हिंदुस्तान हमेशा तहज़ीबी एतबार से अपनी पहचान रही है । जमीअत उलेमा हिन्द के तरफ़ से मदरसों पर सरकार की तऱफ से सहयोग के बाबत उन्होंने कहा कि यह उनका अपना बयान है। मेरा मानना है कि शिक्षण संस्थान ऐसा होना चहिए जिसमें सभी धर्मों के लोगों तालीम मिल सके । केरला में यूनिवर्सिटियों में वॉइस चनासलरो के मतभेद के बाबत कहा कि ऐसा कुछ नही है, गिनती भर के लोगों के विरोध का कोई मायने नही है । मैं हमेशा समरसता की बात करता हूँ, योगी सरकार की उन्होंने तारीफ़ की ।
इस मौके पर विधायक रमेश सिंह, परवेज़ आलम भुट्टो, साज़िद आज़मी, अब्दुल्ला एडवोकेट, प्रधानाचार्य तबरेज़ आलम समेत अन्य लोग मौजूद रहे
*राज्यपाल का प्रोटोकॉल बढ़ा*
खेतासराय(जौनपुर)क़रीब चार पहुँचे ढंडवारा कला पहुँचे केरल के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान ने गांव के लोगों से देरशाम तक बातचीत करते रहे । डीएसपी चोभ सिंह ने बताया कि अधिवक्ता ज़ेडके फैजान के घर पर निजीय कार्यक्रम के चलते उनका प्रोटोकॉल दो घण्टे और बढ़ा दिया गया है । उनसे मिलने वालों का तांता लगा रहा । पुलिस प्रशासन के लोग हाफ़्ते दिखे ।