मुसहर समुदाय के बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ना उद्देश्य: संतोष
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केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के बराई गांव ने विश्व बालश्रम निषेध दिवस पर आस्था महिला एवं बाल विकास संस्थान के नेतृत्व में वनवासी समुदाय के बच्चों के साथ मिलकर एक बाल श्रम विरोधी रैली निकाली गई। रैली में बच्चों नक मजदूरी बंद करो के नारे लगाये।आस्था महिला एवं बाल विकास संस्थान के संस्थापक संतोष पाण्डेय ने बताया कि बचपन जीवन का सबसे अनमोल समय होता है लेकिन बचपन में पढ़ाई लिखाई के बजाय अगर बच्चे बाल मजदूरी करने लगे तो उनका बचपन नष्ट हो जाता है। हर साल न जाने कितने बच्चे पढ़ाई लिखाई छोड़कर बाल मजदूरी करने में लग जाते हैं। ऐसे बच्चों के बचपन को बचाने के साथ ही इसे लोगों के बीच पहुंचकर जागरूक करने का काम हमारी संस्था करती हैं। हमारी संस्था बराई गांव में ईट भट्ठों पर कार्य करने वाले वनवासी समुदाय के परिवारों के बच्चों को निकालकर उनको शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ा गया।
उन्होंने बताया कि विश्व बाल श्रम निषेध पर बच्चों ने ड्राइंग भी बनाए आर्ट के माध्यम से अपने मनोस्थिति को प्रदर्शित किया। बच्चों में उत्साह था कि वह स्कूल जायं, न कि ईंट भट्ठों पर काम करें। हमारी संस्था वनवासी समुदाय के लोगों को एकजुट कर उन्हें जागरूक करने का काम करती रहती है। संस्था का मुख्य उद्देश्य श्रम से नाता तोड़ेंगे, शिक्षा से नाता जोड़ेंगे, बाल श्रम मुक्त भारत बनाना है यह हमने ठाना है।
उन्होंने बताया कि विश्व बाल श्रम निषेध पर बच्चों ने ड्राइंग भी बनाए आर्ट के माध्यम से अपने मनोस्थिति को प्रदर्शित किया। बच्चों में उत्साह था कि वह स्कूल जायं, न कि ईंट भट्ठों पर काम करें। हमारी संस्था वनवासी समुदाय के लोगों को एकजुट कर उन्हें जागरूक करने का काम करती रहती है। संस्था का मुख्य उद्देश्य श्रम से नाता तोड़ेंगे, शिक्षा से नाता जोड़ेंगे, बाल श्रम मुक्त भारत बनाना है यह हमने ठाना है।