एक युवक को मारी गयी गोली, टीडी कालेज के छात्र नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उधर आरोपी के पिता ने घटना पर ही सवालियां निशान लगाते हुए कहा कि सत्तापक्ष के अध्यक्ष के भाई ने मेरे बेटे को फसाने के लिए षडयंत्र रचा है। उन्होने सीएम योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले की जांच सीबीसीआइडी व यूपी एसटीएफ से जांच कराने की मांग किया है।
मिली जानकारी के अनुसार बीती रात तेजीबाजार थाना क्षेत्र गैरीकला गांव के निवासी नितेश सिंह शहर से अपने गांव लौट रहा था रास्ते में लाइनबाजार थाना क्षेत्र के कलीचाबाद पुल के पास उसके ऊपर दो बदमाशो ने ताबतोड़ गोली बरसा दी। जिससे वह घायल हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस घायल को जिला अस्पताल ले गयी जहां पर डाक्टरो ने प्राथमिक इलाज करने के बाद वाराणसी रेफर कर दिया। घायल युवक ने पुलिस को बताया कि मुझे हुसेनबाद मोहल्ले के निवासी अभिनव सिंह साहिल ने गोली मारी है जबकि दूसरे को मै पहचान नही पाया। सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने अभिनव सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
अभिनव सिंह का नाम सामने आते ही उनके पिता टीडीपीजी कालेज के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने मीडिया से साफ कहा कि मेरे बेटे के एक साथी की हत्या सन् 2013 में हुई थी जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष के भाई रितुराज सिंह छोटू समेत कई लोग आरोपी है। इस मुकदमें का मेरा बेटा वादी मुकदमा और गवाह है। मुकदमें में गवाही न देने के लिए मेरे बेटे पर लगातार भाजपा के विधायक, राज्यसभा सांसद समेत अन्य नेताओ का दबाव आ रहा है। नेताओ की बात न मानने पर मेरे बेटे को फर्जी मुकदमें फसाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इससे पूर्व एक हत्या का फर्जी मुकदमा करा चुके है।
अनिल सिंह ने यह भी कहा कि मेरे पिताजी तीन बार विधायक, एक बार सांसद व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे है। मेरे परिवार की राजनीतिक विरासत को बदनाम करने की साजिश भी की जा रही है।
उन्होने यहां तक कहा कि विरोधी माफिया डान मुन्ना बजरंगी व मुख्तार अंसारी का करीबी है। मुन्ना बजरंगी का अपराध द्वारा अर्जित किया गया पैसा छोटू सिंह के पास है उसी के बल पर वह अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देता है।
अनिल सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूरे मामले की जांच सीबीसीआइडी व एसटीएफ लखनऊ से जांच कराने की मांग किया है।