शिव धनुष टूटते ही लगे श्रीराम के जयकारे
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कचगांव, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के गोपीपुर गांव में शुरू हुआ 176 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक बुढवा बाबा रामलीला समिति में शनिवार को सीता स्वयंवर व परसुराम लक्ष्मण सवांद का भावपूर्ण मंचन किया गया। रामलीला का शुभारंभ समाजसेवी अवनीश चौबे ने फीता काटकर एवं ग्राम प्रधान आरती अखिलेंद्र सिंह ने राम-सीता मइया जी का आरती उतार कर किया। शनिवार की रात रामलीला मंचन में सीता स्वयंवर में जब राजागण धनुष हिला न सके तो राजा जनक के मन मे बेटी विवाह को लेकर चिंता व्याप्त हो गयी। हताश होकर उहोंने कहा कि तजहु आस नजी निज गृह जाहू, लिखा न विधि वैदेही वहि बाहु। इस प्रकार उनके हताशा भरे वाक्य को सुनकर जहाँ लक्ष्मण का क्षत्रिय पुरुषार्थ जागृत हो उठा। वहीं पर विश्वामित्र ने राम को संकेत कर जनक का संताप दूर करने को कहा। इस पर रानी जब श्री राम को धनुष शाला की ओर बढते देखती है तो वे राजा से बालक को रोकने का आग्रह करती है। मगर ज्ञानी विदेह राज को विश्वामित्र के निणर्य पर अटल विश्वास था। इसलिए वे चुप रहते हैं।अन्त में राम शिव धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने के लिए डोरी खीचते हैं तभी धनुष टूट जाता हैं। धनुष टूटते ही राजा का प्रण पूरा होता है। और राम के गले मे सीता वरमाला डालकर वरण करती हैं। इस दौरान राम के जयकारे से पूरा वातावरण गुंजायमय हो जाता हैं फिर लक्ष्मण व परशुराम के संवाद देखकर दर्शक रोमांचित हो जाते हैं। राम का अभिनय अमन सिंह, लक्ष्मण अनुभव सिंह, सीता आदर्श, जनक मनोज सिंह, परशुराम बिरजू सिंह, विश्वामित्र सूर्यभान सिंह, धोधुया अनुज सिंह, अजय सिंह व रामण अमित सिंह सिंटू ने किया। इस मौके पर समाजसेवी अतुल सिंह, प्रबंधक सन्तोष सिंह दादा, डायरेक्टर मनोज सिंह महाजन, कोषाध्यक्ष मास्टर छोटे लाल सिंह, महामंत्री शिव शंकर सिंह बचानू, अखिलेन्द सिंह, संगठन मंत्री अनुज सिंह, जैकी सिंह, संचालक अमित सिंह जुगनू, हरिकेश सिंह, अरविन्द सिंह, रमेश सिंह, संतोष सिंह एडवोकेट, रजनीश चौबे, विपिन सिंह पिंटू, अजय सिंह, नीरज सिंह, भीम यादव, शैलेश यादव, विपिन राजभर, मीडिया प्रभारी वन्देश सिंह, प्रभाकर सिंह आदि उपस्थित रहे। आभार ग्राम प्रधान आरती अखिलेश ने व्यक्त किया।