हिलाल व नफीकुल का कैसे हुआ खुलासा
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हिमांशु श्रीवास्तव एडवोकेट
जौनपुर। श्रमजीवी विस्फोट कांड में आरोपी हिलाल निवासी बांग्लादेश व नफीकुल निवासी पश्चिम बंगाल का नाम इस विस्फोट कांड में बंगाल में जेल में बंद आरोपित ओबैदुर्रहमान ने 15 फरवरी 2006 को तथा बांग्लादेशी जुड़वा भाई अनीसुल व मुहीबुल ने 4 अप्रैल 2006 को विवेचक को बताया। आरोपी हिलाल व नफीकुल को 17 नवंबर 2005 को थाना कालिया चौक, मालदा टाउन द्वारा हत्या, हत्या के प्रयास आदि के दूसरे मामले में गिरफ्तार किए गए। 23 मार्च 2006 को जरिए वारंट बी सीजेएम कोर्ट में लाकर पेश किए गए। आरोप है कि जब विवेचक दोनों को कोर्ट के आदेश पर पुलिस कस्टडी रिमांड पर बिहार ले गए। तब उन्होंने खुसरूपुर रेलवे स्टेशन मियां टोली का तीन मंजिला मकान जहां विस्फोटक पदार्थ लिए गए होटल पैलेस दिखाया। जहां रजिस्टर में नफीकुल के ठहरने का जिक्र है। कांस्टेबल सुरेश व श्याम जी ने हिलाल की शिनाख्त किया। वाराणसी में हिलाल व रोनी श्रमजीवी ट्रेन के डिब्बे में घबराए हुए अटैची देख रहे थे। रोकने पर पीछे हट गए ।बाद में इसी में विस्फोट हुआ।