भाषा का बहुत बड़ा महत्व होता है रिसर्च में: प्रो. विशाल सूद
उन्होंने कहा कि समाज के विभिन्न मूल समस्याओं का समाधान उनकी दिशा-दशा क्वालिटी रिसर्च के माध्यम से सहज और समग्र रूप से समझा जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्वालिटेटिव रिसर्च कई अलग शैक्षणिक विषयों में विनियोजित, पारंपरिक रूप से सामाजिक विज्ञान, साथ ही बाज़ार अनुसंधान और अन्य संदर्भों में जांच की एक विधि है। क्वालिटेटिव रिसर्च में शोधकर्ताओं का उद्देश्य मानवीय व्यवहार और ऐसे व्यवहार को शासित करने वाले कारणों को गहराई से समझना है और इसके लिए बड़े नमूनों की बजाय छोटे नमूनों पर संकेंद्रित नमूनों की आधार पर ही सम्यक दृटिकोण प्रदान करता है। उन्होंने क्लालिटेटिव डाटा एनलिसिस विधि की टेक्निक को विस्तार से समझाया। इस अवसर पर प्रो. अजय प्रताप सिंह ने विषय विशेषज्ञ का परिचय कराया, डॉ. मनोज पांडेय ने कार्यक्रम की रुपरेखा प्रस्तुत की। डॉ. अनु त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। प्रतिभागियों में दीपक कुमार दास, अयाज अहमद, कपिलदेव वीरेंद्र कुमार साहू, सेनेट थामस, दया सिंधु, प्रतिमा मौर्य, विवेक मिश्रा ने सवाल पूछ अपनी जिज्ञासा शांत की।