देर रात घुरहू बिंद का शव पहुंचा घर, प्रशासन की देखरेख में हुआ अंतिम संस्कार
केंद्र सरकार द्वारा पार्थिव शरीर को वाघा बॉर्डर से अमृतसर लाया गया जहां से एअरलिफ्टिंग कर पार्थिव शरीर को लाने का प्रयास किया गया चूंकि यह अत्यधिक पुराना था जिसके कारण संक्रमण फैलने का खतरा था इसी को दृष्टिगत रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गुजरात सरकार से समन्वय स्थापित करते हुए पार्थिव शरीर को सड़क मार्ग से जौनपुर लाया गया, जिसमें करीब 26 से 27 घंटे लगे। जिलाधिकारी ने केंद्र सरकार, मा0 मुख्यमंत्री जी तथा मुख्य सचिव जी का आभार व्यक्त किया जिन्होंने उनके अनुरोध पर सभी सुविधाएं प्रदान की, जिससे पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तक लाया जा सका। जिला प्रशासन के सहयोग से तथा परिवार की सहमति से दाह संस्कार कराया गया, परिजनों तथा गांव वालों के सहयोग से सम्मानपूर्वक दाह संस्कार संपन्न हुआ। उन्होंने कहा कि यद्यपि इस कार्य में कई कठिनाइयां उत्पन्न हुई लेकिन शासन के सहयोग से कार्य संभव हो सका।
जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार अपने नागरिकों के साथ हैं। शासन के निर्देशानुसार दिवंगत घुरहू के परिवार के सदस्यों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करने हेतु उपजिलाधिकारी मछलीशहर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है, जो उनकी पात्रता की जांच करते हुए उन्हें शासन की विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के लाभों से आच्छादित करने का कार्य करेगी।