बाबू साहब का त्याग बदलापुरवासियों के लिये स्मरणीय: श्याम सिंह
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बदलापुर, जौनपुर। बदलापुर के लिये बाबू साहब द्वारा किया गया त्याग सदैव स्मरणीय रहेगा। मूलतः गाजीपुर निवासी बाबू साहब ने अपने परिवार का त्याग कर बदलापुर में सर्वांगीण विकास का मूल्यांकन करते हुए 4 शैक्षणिक संस्थान की स्थापना किया। यह बातें सल्तनत बहादुर पीजी कॉलेज के बाद प्रबंधक श्याम सिंह ने कही। वह बुधवार को सल्तनत बहादुर पीजी कॉलेज में कालेज के संस्थापक धर्मराज सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने आगे कहा कि बाबू साहब गांव से चंदा इकट्ठा कर महान संत मदन मोहन मालवीय की तरह बदलापुर में सल्तनत बहादुर स्नातकोत्तर पीजी कॉलेज, सल्तनत बहादुर इंटर कॉलेज, श्री ईश्वरी नारायण संस्कृत महाविद्यालय तथा संग्राम बालिका इंटर कॉलेज की स्थापना कराया। इन शिक्षण संस्थानों में क्षेत्र के बच्चे एवं बच्चियां शिक्षा ग्रहण कर प्रदेश तथा देश में बदलापुर का नाम रोशन कर रहे हैं। प्राचार्य डा. सुनील प्रताप सिंह ने कहा कि अकादमी कौशल वाले प्रबंधक धर्मराज सिंह के अथक व दृढ़ प्रयास से सल्तनत बहादुर स्नातकोत्तर पीजी कॉलेज बदलापुर की स्थापना वर्ष 1973 में कला संकाय से संबद्धता के साथ हुई। उसके बाद से कॉलेज लगातार प्रगति पथ पर अग्रसर है।
संस्थापक व पूर्व प्रबंधक धर्मराज सिंह की स्मृति को चिरस्थाई बनाने के लिए प्रबंध सीमित ने कॉलेज के मुख्य द्वार पर उनकी प्रतिमा स्थापित किया है। मौके पर उपस्थित प्रबंध सीमित एवं कॉलेज के शिक्षकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित करके उन्हें नमन किया। समारोह की अध्यक्षता पूर्व प्राचार्य डॉ. बृजेंद्र सिंह एवं संचालन हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ डीके पटेल ने किया। इस अवसर पर प्रबंधक श्याम सिंह, प्राचार्य डा. एसपी सिंह, अशोक सिंह, डा. करमचंद यादव, प्रमोद नारायण शुक्ला, डा. ओम प्रकाश दुबे, रितुपर्ण सिंह, सुनील सिंह सहित तमाम लोग मौजूद थे।