पार्क में उड़ रही है धूल,फूल पत्ती सूखकर हुए शूल
रिपोर्ट-सुधाकर शुक्ला
जौनपुर । पार्क जीवंत हो तो पार्क में आने जाने वालों का जीवन भी जीवंत हो जाए । लेकिन जिला जेल से सटा पार्क क्षेम उपवन का हाल बुरा है । देख - रेख के अभाव में यह पार्क अपनी दुर्दशा पर आसू बहा रहा है ।पार्क में लगे पेड़ पौधे सुख रहे है । साफ सफाई का नामो निशान नहीं है । जगह जगह जंगली घास उग आया है । पार्क में बने ट्रैक की टाइल्स जगह जगह से टूटी पड़ी है ।
कचहरी रोड स्थित शेखपुर मुहल्ले में बना क्षेम उपवन पार्क आस पास के लोगों के लिए बहुत उपयोगी है । लोग के लिए सुबह शाम घूमने के लिए एक अच्छा स्थान है । लेकिन पार्क बदहाल है । पार्क में विशेष घास लगाई जाती वह है ही नहीं । पार्क में लगे पेड़ पौधे सुख चुके है । पानी के अभाव में काटे बन चुके है । झाड़ झंखाड़ का बोल बाला है । पौधों की कटाई - छटाई और साफ सफाई बिल्कुल नहीं की जाती। पार्क में आने जाने के लिए बना ट्रैक उखड़ चुका है । ट्रैक पर पेड़ पौधे लटक रहे है ।
जेल का गंदा पानी पार्क में होता है जमा
जेल के गंदे पानी की नाली सीधे पार्क में बहती है । यह पानी पार्क में जमा होता है। गंदे पानी में पार्क कुछ भाग डूबा रहता है । गंदगी और बदबू से घूमने टहलने वाले को खासा परेशानी होती है । जलजमाव के चलते बड़ी बड़ी घास उग आई है ।पार्क का कुछ हिस्सा गायब हो चला है ।
छोटे- बड़े सांप का बना अड्डा
घास के उग आने से ,जलजमाव से पार्क में आए दिन सांप घूमते नजर आते है । महिलाए बच्चे डर जाते है । पार्क छोड़ कर जाने लगते है ।
माली का न होना पार्क की बदहाली का कारण
डेढ़ से दो बीघे में फैले पार्क के देख रेख के लिए एक भी माली की व्यवस्था नहीं की गई है । जिसके चलते पूरा पार्क मुरझाया पड़ा है । हर तरफ अव्यवस्था का आलम है ।
नाम मात्र की प्रकाश व्यवस्था
इतने बड़े पार्क में केवल एक हाई मार्क लाइट जलती है। पार्क के चारों तरफ लाइट के पोल तो लगे है लेकिन वे गुमनामी के दौर में है । किसी में बल्ब नहीं है तो कोई पोल झाड़ झखाड़ से ढका है । किनारे पर अधेरा हो जाता है ।
ओपन जीम का बुरा हाल
पार्क में ओपन जीम भी लगा है । बच्चों के लिए झूला व खेल के अन्य उपकरण लगे है l जिम के उपकरण टूट गए । जो है वे टेढ़े हो चले है जिस पर व्यायाम करने से लोग बचते है । बच्चों के झूले भी टूटे पड़े है व कई तो घास के बीच गुम हो चुके है ।
नगर पालिका द्वारा ध्यान न देने से लोग हैरान और निराश है ।
स्थानीय लोग की मांग है कि पार्क को पार्क की तरह से बना दिया जाए तो लोगों के लिए अच्छी उपलब्धि से कम नहीं होगा ।