शिक्षकों के हक के खातिर जेल जाने के लिए हूं तैयार: अरविंद शुक्ल
श्रमिक दिवस के मौके पर हक के खातिर सरकार के खिलाफ शिक्षकों ने खोला मोर्चा
14 सूत्री मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय में हजारों शिक्षकों ने प्रदर्शन कर दिया धरना
जौनपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले गुरुवार को जिले भर के हजारों शिक्षकों ने श्रमिक दिवस के मौके पर चिलचिलाती धूप में बीएसए कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन कर धरना दिया।
संगठन के जिलाध्यक्ष शिक्षक नेता अरविंद शुक्ल के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में शिक्षकों ने 14 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार हमला बोला।
शिक्षक नेता श्री शुक्ल ने जोरदार अंदाज में ललकारते हुए कहां कि जब सांसद, विधायक य अन्य किसी भी जनप्रतिनिधि से जुड़ा मुद्दा जब होता है तो सभी दलों के लोग एकजुट होकर उसे लोकसभा, राज्यसभा , विधान परिषद और विधानसभा में आपसी सहमत से बिल पास कर लेते हैं।
लेकिन जब शिक्षा की बुनियाद संवारने वाले लाखों शिक्षकों के हक, हुकूक उनके परिवार और उनके भविष्य को संवारने की बात आती है तो यह सरकार सीधे तौर पर अपना पल्लू झाड़ लेती है।
लेकिन अब यह नहीं चलने वाला है।
देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और महामहिम महोदय के पास अपनी बातें पहुँचाने के लिए अब सिर्फ एक ही रास्ता है संघर्ष और सड़क पर धरना प्रदर्शन कर आंदोलन करना। शिक्षक नेता अरविंद शुक्ल ने कहा कि शिक्षकों की समस्याएं काफी दिनों से लंबित हैं। जिसका निराकरण न होने से पूरा शिक्षक समाज आक्रोशित है। इसको लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के पास संघर्ष के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
धरना सभा में बड़ी संख्या में शिक्षकों की जुटान से उत्साहित शिक्षक नेताओं ने अपने ओजपूर्ण संबोधन में विश्वास दिलाया कि संघ अब आरपार के संघर्ष का मन बना चुका है। सरकार को शिक्षकों के हितों की रक्षा करनी ही पड़ेगी।
जिला मंत्री रवि चंद्र यादव ने कहा कि शिक्षकों की सेवा सुरक्षा व हितों की अनदेखी किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम चरणबद्ध आंदोलन के लिए विवश हो रहे हैं।
कोषाध्यक्ष रामदुलार ने कहा कि शिक्षकों के हित में संघर्ष जारी रहेगा जब तक कि मांगे नहीं मानी जाती हैं। शिक्षको के प्रति सरकार अपनी हठधर्मिता छोड़े। धरने के अंत में मुख्यमंत्री को संबोधित 14 सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ गोरखनाथ पटेल ने खुद धरना स्थल पर प्राप्त करके लिया। उन्होंने भरोसा दिया कि कुछ मांगों पर शीघ्र ही विचार किया जाएगा।
ये 14 सूत्री मांगे हैं आंदोलन में खास
जौनपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद शुक्ला के नेतृत्व में जो आंदोलन शुरू हुआ है। उनमें ये 14 सूत्री मांगे सबसे अहम हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2004 के बाद नियुक्त सभी शिक्षकों की पुरानी पेंशन की बहाली , मेमोरेंडम के बावजूद 2004 विशिष्ट बीटीसी बैच एवं बीटीसी शिक्षकों को पुरानी पेंशन की बहाली, वर्षों से लंबित पदोन्नति की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करना मुख्य है।
इसके अलावा सभी प्रकार के अंतर्जनपदीय व अंतः जनपदीय स्थानांतरण , सभी शिक्षकों के लिए सामूहिक बीमा 10 लाख करना , विद्यालय संचालन अवधि टाइम एवं मोशन के अनुसार ग्रीष्म कालीन प्रातः सात बजे से 12 तक कार्यावधि 5 घंटे किया जाना है। विकलांग शिक्षको हेतु दिव्यांग वाहन भत्ता हेतु आदेश निर्गत करना आदि मांगे शामिल हैं।
अपने हक की खातिर आंदोलन करने वाले शिक्षकों में इनकी उपस्थिति महत्वपूर्ण रही। जिसमें वीरेंद्र प्रताप सिंह, रामदुलार, प्रमोद दुबे, संजय यादव , राजेश बहादुर सिंह, सरोज सिंह,लक्ष्मीकांत सिंह, आलोक सिंह,
शिवेंद्र सिंह रानू, राजेश सिंह मुन्ना, विष्णु तिवारी, सुषमा सिंह, कुमुदनी अस्थाना, भारती सिंह, प्रियंका सिंह, निर्मला पाल, मालविका सिंह, डॉ चन्द्रजीत मौर्य, दिनेश गुप्ता, देशबंधु यादव ,राकेश पांडे , साजेश सिंह, शैलेंद्र सिंह,राकेश यादव ,सुनील यादव, राममिलन,त्रिलोक मौर्य, विक्रम प्रकाश ,अनिलदीप चौधरी , चंद्रप्रकाश तिवारी, ओमप्रकाश चौरसिया, प्रशांत मिश्रा, विजय गुप्ता, रामप्रसाद,अरुण यादव, पवन सिंह, संतोष सिंह, विष्णु तिवारी , रणंजय सिंह ,धर्मेंद्र यादव, ओमप्रकाश,लाल साहब यादव ,पद्माकर राय, मनोज उपाध्याय, राकेश पांडे, पवन सिंह ,अरविंद यादव, रविकांत पांडे, अनिल पांडे ,दिवाकर दुबे, अरुण सिंह, सुरेश यादव, चंद्र बहादुर सिंह, धीरेंद्र यादव, पवनदीप चौधरी, प्यारेलाल, अनिल कुमार,कमलेश यादव, हेमंत पटेल, राकेश दुबे, अखिलेश सरोज, अजय श्रीवास्तव, गौरव सिंह, रजनीश सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे ।