विलंब शुल्क वापस लो, वरना होगा उग्र आंदोलन: दिनेश तिवारी
प्रबंधक महासंघ का विश्वविद्यालय प्रशासन को अल्टीमेटम
बीएड परीक्षा फॉर्म की तारीख बढ़ाने और ₹500 विलंब शुल्क हटाने की मांग
प्रबंधक महासंघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश कुमार तिवारी के नेतृत्व में प्रबंधकों के प्रतिनिधिमंडल ने परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि बीएड सत्र 2024-25 का फॉर्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ाई जाए और ₹500 का विलंब शुल्क तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
डॉ. तिवारी ने तीखे शब्दों में कहा, "विश्वविद्यालय प्रशासन मनमाने तरीके से छात्रों और कॉलेजों से वसूली कर रहा है। कुछ ही दिनों के लिए पोर्टल खोलकर फिर भारी-भरकम विलंब शुल्क थोपना शिक्षा व्यवस्था के साथ अन्याय है।" उन्होंने चेताया कि यदि मांगे नहीं मानी गईं, तो प्रबंधक महासंघ आंदोलन करेगा और जरूरत पड़ी तो परीक्षा का बहिष्कार भी किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने प्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर विचार-विमर्श कर शीघ्र निर्णय लिया जाएगा।
प्रबंधकों ने साफ कर दिया है कि अब चुप नहीं बैठेंगे — छात्रों के हितों के लिए हरसंभव संघर्ष किया जाएगा।
इस मौके पर अशोक दुबे, संजय यादव, प्रबुद्धनाथ सिंह, एस.के. मौर्य सहित कई कॉलेजों के प्रबंधक उपस्थित रहे और एक स्वर में चेताया कि यदि विश्वविद्यालय ने तानाशाही रवैया नहीं छोड़ा तो आंदोलन की चिंगारी ज्वाला बन सकती है।