जौनपुर में AMRUT योजना बनी 'विष योजना'?
आम आदमी पार्टी का विरोध प्रदर्शन, घटिया सड़क निर्माण और भ्रष्टाचार के आरोप
"बारिश से पहले ही सड़कें धंसने लगीं"
पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि शहर में कई स्थानों पर अभी बारिश शुरू भी नहीं हुई, लेकिन सड़कें पहले ही धंसने लगी हैं। विशेषकर एक प्रमुख सड़क के धंसने के बाद 'आप' कार्यकर्ताओं ने उसी स्थान पर इकट्ठा होकर विरोध दर्ज कराया।
🗣️ पूर्वांचल प्रभारी डॉ. अनुराग मिश्र ने कहा –
"यह शर्मनाक है कि करोड़ों रुपये खर्च करने के बावजूद सड़कें इतनी जल्दी खराब हो रही हैं। यह सीधे-सीधे भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण सामग्री का मामला है।"
"सड़क नहीं, लीपापोती है!"
पार्टी के जिलाध्यक्ष राम रतन विश्वकर्मा ने योजना पर सवाल उठाते हुए कहा,
"अमृत योजना अब जौनपुर के लिए विष योजना बन चुकी है। गलियों और मुख्य सड़कों को खोद कर बर्बाद कर दिया गया है। ऊपर से सिर्फ लीपापोती की गई है।"
उन्होंने बताया कि सीवर लाइनें इतनी पतली डाली गई हैं, कि उनसे गलियों का पानी भी नहीं गुजर सकता, मुख्य सड़कों की जल निकासी की बात तो दूर की है।
नारे और विरोध के स्वर
प्रदर्शन के दौरान 'आप' कार्यकर्ताओं ने सरकार और नगर पालिका के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
"अमृत योजना - भ्रष्टाचार की भेंट", "घटिया सड़क, जनता परेशान", "जवाब दो सरकार" जैसे नारों से विरोध स्थल गूंज उठा।
आम आदमी पार्टी की मांगें
- मामले की उच्च स्तरीय जांच
- दोषी अधिकारियों व ठेकेदारों पर कार्रवाई
- जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत
- भविष्य में निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करना
डॉ. मिश्र ने यह भी कहा कि पार्टी राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजेगी और यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
स्थानीय लोग भी परेशान
विरोध स्थल पर मौजूद एक स्थानीय निवासी ने बताया:
"हर दिन हमें इन गड्ढों और धंसी हुई सड़कों से जूझना पड़ता है। बरसात में हालत और बदतर हो जाएगी। प्रशासन को समय रहते चेत जाना चाहिए।"
प्रदर्शन में ये लोग रहे मौजूद
- जिला उपाध्यक्ष विजय सिंह बागी
- बंटी अग्रहरि
- राजकुमार कनौजिया
- लाले बिंद
- मोहम्मद इस्लाम
आदि प्रमुख कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक प्रदर्शन में शामिल रहे।
विशेष टिप्पणी:
अमृत योजना शहरी बुनियादी ढांचे को सुधारने की एक राष्ट्रीय योजना है, लेकिन जौनपुर में इसकी हालत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सरकार अब जवाब देगी?