घर वापसी की राह देख रहे शिक्षकों को बड़ा झटका, जौनपुर इनकमिंग की सूची से बाहर
जौनपुर लौटने की उम्मीदों पर फिरा पानी: अंतर्जनपदीय स्थानांतरण सूची में नहीं मिला स्थान
जौनपुर। अपने गृह जनपद में स्थानांतरण की उम्मीद लगाए बैठे सैकड़ों शिक्षकों को सोमवार की शाम उस समय बड़ा झटका लगा, जब बेसिक शिक्षा विभाग ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की सूची जारी की। इस सूची में प्रदेश के केवल 15 जनपदों को ही इनकमिंग जनपद घोषित किया गया, जिनमें जौनपुर का नाम शामिल नहीं है। इसका मतलब यह हुआ कि अन्य जनपदों में कार्यरत जौनपुर मूल के शिक्षक अब अपने घर वापस नहीं आ सकेंगे।
जौनपुर जिले से बाहर कार्यरत शिक्षक लंबे समय से गृह जनपद में तैनाती की राह देख रहे थे। लेकिन अब घोषित सूची में जौनपुर के लिए केवल आउटगोइंग की अनुमति है, यानी यहां से बाहर स्थानांतरण तो संभव है, लेकिन यहां आने की अनुमति नहीं दी गई है।
जिन 15 जनपदों को इनकमिंग की सूची में शामिल किया गया है, वे हैं — बलरामपुर, बांदा, बहराइच, बदायूं, हमीरपुर, जालौन, लखीमपुर-खीरी, ललितपुर, मिर्जापुर, पीलीभीत, सम्भल, सहारनपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर और सोनभद्र। ये वे जिले हैं जहां जौनपुर के मूल निवासी शिक्षक कार्यरत हैं और वर्षों से घर वापसी की बाट जोह रहे थे।
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जौनपुर से सटे किसी भी जिले को इनकमिंग सूची में जगह नहीं मिली है। ऐसे में सीमावर्ती जनपदों में स्थानांतरण की भी कोई संभावना नहीं रह गई है, जिससे शिक्षकों में भारी निराशा व्याप्त है।

