सिपाही को वर्दी का रौब दिखाना पड़ा भारी
जमीन विवाद में विपक्षी को धमकाने के आरोप में दर्ज हुआ मुकदमा
जफराबाद (जौनपुर)।उत्तर प्रदेश सरकार की सुशासन नीति की हकीकत एक बार फिर उजागर हुई है, जब एक तैनात पुलिसकर्मी ने अपने पद का दुरुपयोग कर ग्रामीणों को धमकाया। मामला जफराबाद थाना क्षेत्र के किरतापुर गांव का है, जहां चंदौली जनपद में तैनात आरक्षी संजय मौर्य पर जमीनी विवाद को लेकर अपने पड़ोसी को धमकाने और मारपीट का प्रयास करने का आरोप लगा है।
किरतापुर निवासी सुभाष मौर्य ने 2 जून को जफराबाद थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि पड़ोसी संजय मौर्य, जो कि पुलिस विभाग में आरक्षी हैं, अपने भाई श्यामजी मौर्य के साथ मिलकर पुराने जमीनी विवाद को लेकर उसे गाली-गलौज देते हुए जान से मारने की धमकी दी। सुभाष का कहना है कि दोनों भाइयों ने उसे दौड़ा लिया और वह किसी तरह घर में छिपकर अपनी जान बचा पाया।
सुभाष मौर्य ने बताया कि जाते समय आरक्षी संजय ने यह भी कहा कि "जमीनी विवाद से पीछे नहीं हटे तो जान से मार देंगे।" इससे भयभीत होकर सुभाष ने थाने में नामजद तहरीर दी।
पुलिस ने मामले की प्राथमिक जांच के बाद 5 जून को आरक्षी संजय मौर्य और उसके भाई श्यामजी मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस संबंध में सीओ सिटी देवेश सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि तहरीर मिलने के बाद जांच की गई और साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की विवेचना उप निरीक्षक उमेश चंद्र पांडेय द्वारा की जा रही है।
पुलिस विभाग में तैनात किसी आरक्षी पर इस तरह का आरोप और मुकदमा निश्चित ही विभाग की छवि पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है। अब देखना यह होगा कि जांच में क्या निष्कर्ष सामने आता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।