खर्राटा लेना हो सकता है हार्ट अटैक का संकेत : प्रो. डॉ. नीरज प्रकाश सिंह
भारत समाज विकास ट्रस्ट द्वारा आयोजित नि:शुल्क हृदय रोग जांच शिविर में दी गई स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी
जौनपुर ।“अगर आप मोटे हैं और खर्राटा लेते हैं, तो हृदय रोग का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।” यह चेतावनी दी है हृदय रोग संस्थान कानपुर के प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज कानपुर में प्रोफेसर डॉ. नीरज प्रकाश सिंह ने। वह रविवार को भारत समाज विकास ट्रस्ट द्वारा नगर के एमएस पैरामेडिकल कॉलेज, पालिटेक्निक चौराहा, इलाहाबाद रोड पर आयोजित नि:शुल्क हृदय रोग जांच शिविर में उपस्थित मरीजों को संबोधित कर रहे थे।
डॉ. सिंह ने बताया कि खर्राटा लेने वाले, विशेषकर मोटे लोग, यदि पहले से हृदय रोगी हैं तो उनका हार्ट अचानक फेल होने का खतरा अधिक होता है। उन्होंने कहा कि हृदय की पंपिंग क्षमता कम होने, दीवारें मोटी हो जाने या सांस फूलने जैसे लक्षण नजर आने पर व्यायाम करते समय भी मौत का खतरा हो सकता है।
उन्होंने रोगियों को दिए महत्वपूर्ण सुझाव:
- सांस फूलना, मेहनत करने पर सीने में दर्द—ये हार्ट फेलियर के लक्षण हो सकते हैं। तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- नियमित दिनचर्या, संतुलित खानपान, कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण, और परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो तो विशेष सावधानी रखें।
- 40 वर्ष की उम्र के बाद हर व्यक्ति को समय-समय पर ईसीजी, इको और सीटीएनजी ग्राफी जैसी जांच अवश्य करानी चाहिए।
- कम नमक-चीनी का सेवन, तेल-मसाले से परहेज, अधिक फल, सब्जी व सलाद लेना चाहिए।
- ब्लड प्रेशर और शुगर नियंत्रित रखना आवश्यक है।
डॉ. सिंह ने बताया कि आजकल युवा आयु में अचानक हार्ट अटैक और नींद में हृदय गति रुकने से मौत के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जोकि चिंता का विषय है।
इस नि:शुल्क शिविर में कुल 90 मरीजों की जांच की गई और उन्हें आवश्यक परामर्श दिया गया। साथ ही, मेडिकल कॉलेज कानपुर से हृदय शल्य चिकित्सा (ओपन हार्ट सर्जरी) करवा चुके लगभग चार दर्जन मरीजों का फॉलोअप भी किया गया।
शिविर में ईसीजी, आवश्यक खून की जांचें नि:शुल्क की गईं और जरूरतमंदों को दवाएं भी वितरित की गईं।
भारत समाज विकास ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि यह नि:शुल्क शिविर हर माह के दूसरे रविवार को नियमित रूप से आयोजित किया जाएगा।