मछलीशहर क्षेत्र में रात भर की मूसलाधार वर्षा ने बुझाई खेतों की प्यास, धान रोपाई को मिली रफ्तार
झमाझम बारिश से सूखे खेतों में लौटी हरियाली, किसानों के चेहरे खिले
मछलीशहर (जौनपुर)। काफी समय से बारिश की बाट जोह रहे मछलीशहर क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर आखिरकार राहत की मुस्कान लौट आई है। रविवार की रात आसमान से राहत की बारिश कुछ इस तरह बरसी कि खेतों में पसरा सूखा पल भर में हरियाली में बदल गया। करीब दो से तीन घंटे तक हुई तेज गरज-चमक के साथ मूसलाधार बारिश ने जहां खेतों की प्यास बुझाई, वहीं किसानों की उम्मीदों को भी नई जान दे दी।
पिछले एक महीने से मछलीशहर तहसील क्षेत्र में नाममात्र की वर्षा हो रही थी, जिससे खेत सूखे पड़े थे और धान की रोपाई बुरी तरह प्रभावित थी। पम्पिंग सेट और बिजली की अनियमित आपूर्ति ने किसानों की परेशानियों को और भी बढ़ा दिया था। लेकिन रविवार रात की वर्षा ने किसानों को एक नई ऊर्जा से भर दिया।
सोमवार की सुबह खेतों का नज़ारा ही कुछ और था। किसान धान की नर्सरी से बेहन उखाड़ते नजर आए। हर ओर हलचल थी और उत्साह भी। विकासखंड मछलीशहर के गांव बामी निवासी किसान शेर बहादुर सिंह ने बताया, "जिन खेतों में पहले सात-आठ घंटे पम्पिंग सेट चलाकर भी पर्याप्त पानी नहीं मिलता था, अब तीन-चार घंटे की सिंचाई से ही खेत लबालब हो जाएंगे।"
उन्होंने यह भी बताया कि भूमिगत जलस्तर लगातार नीचे जा रहा था, जिससे पम्पिंग सेट भी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पा रहे थे। ऊपर से बिजली की आंख मिचौली ने किसानों की कमर तोड़ रखी थी। लेकिन अब इस बारिश ने हालात बदल दिए हैं। खेतों में पानी भर गया है और रोपाई का काम तेज़ी से शुरू हो गया है।
इस वर्षा से न सिर्फ किसानों को राहत मिली है, बल्कि फसल की बुवाई भी समय पर हो सकेगी, जिससे उत्पादन में बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा रही है। क्षेत्रीय कृषि अधिकारियों ने भी किसानों से अपील की है कि मौसम का पूरा लाभ उठाते हुए जल्द से जल्द रोपाई पूर्ण करें।
रिपोर्ट: राजेश श्रीवास्तव