मर्जर के विरोध में गरजे शिक्षक, विधायक को सौंपा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
"बंद नहीं, शिक्षा का विस्तार चाहिए!"
मड़ियाहूं। प्रदेश सरकार द्वारा छात्र संख्या के आधार पर परिषदीय विद्यालयों को बंद या मर्ज करने की कार्रवाई के खिलाफ शिक्षकों का विरोध तेज हो गया है। इसी कड़ी में सोमवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मड़ियाहूं विधायक आरके पटेल को ज्ञापन सौंपा। मुख्यमंत्री को संबोधित इस ज्ञापन के माध्यम से शिक्षकों ने मर्जर से गरीब, लड़कियों व दिव्यांग बच्चों की शिक्षा पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव से अवगत कराया।प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जिला उपाध्यक्ष दिवाकर चौहान, संगठन मंत्री डॉ. विशाल सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष सिंह (बरसठी), भूपेश सिंह (रामपुर) ने बताया कि प्रांतीय आह्वान पर जनपद में आंदोलन का द्वितीय चरण जारी है।
तीन जुलाई से पंद्रह जुलाई तक सभी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मर्जर आदेश वापस लेने की माँग की जा रही है।
शिक्षकों ने विधायक को स्पष्ट किया कि केवल संख्या के आधार पर स्कूल बंद करना शिक्षा के अधिकार की भावना के विपरीत है। ग्रामीण परिवेश में खासतौर से लड़कियों और दिव्यांग बच्चों के लिए तीन-चार किलोमीटर दूर स्थित विद्यालयों तक पहुंचना बेहद कठिन है, जिससे उनकी शिक्षा बाधित हो रही है।
इस पर विधायक आरके पटेल ने भरोसा दिलाया कि बच्चों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए इस मुद्दे को उचित मंच पर उठाया जाएगा।
काली पट्टी बांधकर जताया विरोध
इधर, मर्जर के खिलाफ जिला अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में जनपदभर के शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर विरोध जताया और नियमित शिक्षण कार्य करते हुए सरकार को अपना संदेश दिया।
इस विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से मंत्री प्रदीप सूर्या, जय प्रकाश, जितेंद्र कुमार, अमित मिश्रा, नितिन यादव, अमित अस्थाना, सोमेंद्र त्रिपाठी, विनय सिंह, राघवेंद्र सिंह, अजय सिंह, रमेश तिवारी, मुलायम यादव, राकेश कुमार सिंह, विकास, रामआसरे यादव, मिथिलेश, मनोज निगम, श्याम जी राय समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे।