फूल-मालाओं से लादकर साथियों ने दी विदाई, भावुक हुए कृष्ण मोहन
सेवा की विदाई नहीं, सम्मान की अगली यात्रा—शिक्षा मित्र कृष्ण मोहन मालवीय को भावभीनी विदाई
मुंगराबादशाहपुर (जौनपुर)। शिक्षा के क्षेत्र में दो दशकों से अधिक सेवा देने वाले प्राथमिक विद्यालय बभनियांव के शिक्षा मित्र कृष्ण मोहन मालवीय को शुक्रवार को उनके सेवानिवृत्त होने पर विद्यालय परिवार ने फूल-मालाओं से लादकर भावभीनी विदाई दी। विदाई समारोह में शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने उन्हें सम्मानपूर्वक विदा किया।इस अवसर पर खंड शिक्षा अधिकारी डॉ. अविनाश सिंह ने श्री मालवीय को पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र भेंट कर शुभकामनाएँ दीं, और आग्रह किया कि वे सेवानिवृत्ति के बाद भी बच्चों में शिक्षा की अलख जगाते रहें।
ब्लॉक प्रमुख सत्येन्द्र सिंह 'फन्टू' ने भी समारोह में उपस्थित होकर कहा, "मालवीय जी से हमारा पारिवारिक रिश्ता है, और वह सेवा काल से पहले भी था, सेवानिवृत्ति के बाद भी बना रहेगा।"
समर्पण की मिसाल बने मालवीय जी
कार्यक्रम में विभिन्न परिषदीय विद्यालयों से आए शिक्षकों व शिक्षिकाओं ने स्मृति चिन्ह भेंट कर मालवीय जी के प्रति अपना सम्मान प्रकट किया।
अपने विदाई भाषण में मालवीय जी भावुक हो गए। उन्होंने कहा, "पिछले 19 वर्षों में विद्यालय परिवार ने जो सम्मान और स्नेह दिया, वह मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।"
उन्होंने बताया कि अप्रैल 2006 में शिक्षा मित्र पद पर नियुक्ति से पूर्व, वे 1986 से 2000 तक अनौपचारिक शिक्षा के अनुदेशक के रूप में भी सेवा दे चुके हैं।
समारोह में उमड़ा शिक्षक समुदाय
कार्यक्रम का संचालन सहायक अध्यापक आदेश कुमार पाण्डेय ने किया, जबकि प्रभारी प्रधानाध्यापक सुनील कुमार दूबे ने समापन पर सभी आगंतुकों के प्रति आभार जताया।
विदाई समारोह में उपस्थित प्रमुख शिक्षकगण –
अजीत सिंह, उपेंद्र सिंह, अनुज सिंह, राहुल सिंह, सुनील कुमार मणि त्रिपाठी, आलोक पांडेय, आनंद प्रकाश सिंह, धनेश मौर्य, वीरेंद्र यादव, रामजी यादव, रचना दूबे, राजेंद्र यादव, रामसजीवन, साधना, मूलचंद, फूलचंद, अजय यादव, दीपिका और प्रियंका सिंह आदि ने मालवीय जी को स्मृतियों और शुभकामनाओं के साथ विदा किया।