एआरएम के खिलाफ आगे आया ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन
मामला पत्रकार देवेन्द्र खरे सहित अन्य कलमकारों के साथ अभद्रता का
जौनपुर। ग्रामीण पत्रकार एसोशिएशन की जौनपुर इकाई ने 5 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट इन्द्रनन्दन सिंह को ज्ञापन सौंपा। जिलाधिकारी के नाम सम्बोधित मांगों के ज्ञापन के माध्यम से जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना ने कहा कि रोडवेज जौनपुर की एआरएम द्वारा पत्रकार देवेन्द्र खरे सहित अन्य पत्रकारों के साथ अभद्रता किया जिससे पत्रकारिता जगत में उनके प्रति भारी आक्रोश है। इसके साथ ही शहर में प्रतिदिन लग रहे जाम से चौराहों पर अत्यधिक भीड़ और घंटों जाम की स्थिति बनी रहती। जिसमें ड्यूटी करने वाले, मरीज को ले जा रहे एंबुलेस भी फंसे रहते हैं जिसके लिए निम्नलिखित मांगे हैं।जेसीज चौराहे पर अवैध प्राइवेट बस वो डग्गामार वाहन सुबह से शाम तक जाम लगाए रहते है, उस पर से टेम्पो व रिक्शा वाले बेतरतीब जाम की स्थिति बनाते है। प्रयागराज से गोरखपुर एवं गोरखपुर से प्रयागराज जाने वाली रोडवेज की अधिकृत बसे कभी भी डिपो में नहीं जाती है, वह भी जेसीज चौराहे पर खड़ी कर सवारी उतारते व चढ़ाते हैं। बनारस एवं लखनऊ जाने वाली रोडवेज के अधिकृत बसे भी रोडवेज पर ही स्टैंड समझते है वही से सवारी चढ़ाते और उतारते है जबकि रोडवेज का बड़ा परिसर खाली रहता है। रोडवेज के अधिकृत बसों के इस तरह अवैध रूप से स्टैंड बनाने और जाम लगाने के बारे में जब ARM रोडवेज ममता दुबे से जब जानकारी करने के लिए एसोसिएशन के तहसील सदर अध्यक्ष व न्यूज वन इंडिया के पत्रकार देवेंद्र खरे ने जानकारी चाही तो ARM भड़क गईं। पत्रकार को ही अनाप शनाप कहने लगी। उनके इस कृत्य से पत्रकारों में रोष है। ARM को आदेशित किया जाय कि रोडवेज की अधिकृत बसे रोडवेज परिसर में खड़ी हो वही से सवारियों को बैठने व उतारने का काम करे जिससे रोडवेज तिराहा, जेसीज चौराहा पर जाम की स्थिति न बनने पाये।
जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपने के दौरान जिलाध्यक्ष संजय अस्थाना के साथ प्रमोद जायसवाल, देवेन्द्र खरे, लक्ष्मी मौर्य, श्याम रतन श्रीवास्तव, दयाशंकर निगम, विशाल सोनकर, रोहित चौबे, तबरेज नियाजी, प्रशांत राजूपत, असलम खान, अंकित मिश्रा सहित तमाम पत्रकार मौजूद रहे।