मछलीशहर पड़ाव हादसे के पीड़ित परिवारों के घर पहुंची सरकारी इमदाद, शासन-प्रशासन ने बंधाया ढांढस
जौनपुर। मछलीशहर पड़ाव तिराहे पर 25 अगस्त को हुई हृदय विदारक दुर्घटना में तीन युवाओं – शिवा गौतम, प्राची मिश्रा और समीर – की असमय मृत्यु ने पूरे क्षेत्र को शोकसंतप्त कर दिया। इस दुखद हादसे के बाद शासन और प्रशासन ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए शुक्रवार की शाम पीड़ित परिवारों के घर पहुंचकर उन्हें सांत्वना दी और सहायता का आश्वासन दिया।
"शासन आपके साथ है, हम हर कदम पर आपके साथ खड़े हैं"
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल एवं युवा कल्याण गिरीश चंद्र यादव, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ, मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तीनों दिवंगत जनों के परिजनों से मिलने पहुंचे।
उन्होंने कहा, "यह बेहद कठिन समय है, लेकिन सरकार और पूरा प्रशासन आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। मुख्यमंत्री जी ने स्वयं इन मामलों को गंभीरता से लिया है और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।"
शिवा गौतम के परिवार को मिला सरकारी सहयोग
कुल्हनामऊ निवासी दिवंगत ई-रिक्शा चालक शिवा गौतम के घर पहुंचकर उनके परिजनों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास स्वीकृति प्रमाण पत्र, विद्युत विभाग की अनुमन्य धनराशि (जो सीधे खाते में स्थानांतरित कर दी गई है), और समाज कल्याण विभाग के माध्यम से निराश्रित महिला पेंशन हेतु आवेदन की प्रक्रिया आरंभ कराई गई।
साथ ही, पारिवारिक लाभ योजना, अंत्योदय राशन कार्ड तथा शिवा के बच्चों को बाल सेवा योजना का लाभ देने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
मियांपुर निवासी प्राची मिश्रा के घर जाकर राज्यमंत्री, विधायक मड़ियाहूं डॉ. आर. के. पटेल, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने लगभग डेढ़ घंटे तक परिवारजनों से संवाद किया। भावभीनी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने आर्थिक सहायता के लिए बैंक विवरण प्राप्त किया, जिससे जल्द ही अनुमन्य धनराशि उनके खाते में स्थानांतरित की जा सके। इसके साथ ही परिवार को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई।
प्रयागराज निवासी समीर के परिवार को भी मिलेगा संपूर्ण सहयोग
फूलपुर, प्रयागराज निवासी मृतक समीर के घर पहुंचकर अधिकारियों ने शोकाकुल परिजनों को आर्थिक सहायता का प्रमाण पत्र सौंपा और भावपूर्ण ढंग से ढांढस बंधाया। जिलाधिकारी प्रयागराज मनीष वर्मा को पत्र भेजकर परिवार को सभी आवश्यक सरकारी योजनाओं से आच्छादित करने की अनुशंसा की गई है।
इस त्रासदी ने तीन परिवारों की दुनिया उजाड़ दी, लेकिन शासन-प्रशासन की संवेदनशीलता ने यह संदेश भी दिया कि संकट की इस घड़ी में वे अकेले नहीं हैं। सरकारी तंत्र की तत्परता और संवेदनशीलता ने न केवल पीड़ितों को राहत पहुंचाई, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि जीवन की इस विषम परिस्थिति में भी मानवता और कर्तव्य का भाव सर्वोपरि है।