"हमारा विद्यालय — हमारा स्वाभिमान": जौनपुर में शिक्षा क्षेत्र में नई क्रांति का संकल्प
जौनपुर। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जौनपुर द्वारा "हमारा विद्यालय — हमारा स्वाभिमान" कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद के सभी विद्यालयों में आज एक ऐतिहासिक एवं प्रेरणादायी संकल्प कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को किया जाएगा। इस अवसर पर जिले के हजारों शिक्षकों व लाखों विद्यार्थियों ने एक स्वर में विद्यालय को गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक मानते हुए साझा संकल्प लेंगे।
यह अभियान अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ (ABRSM) के बैनर तले चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य न केवल शैक्षिक उन्नयन और राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है, बल्कि गुरु-शिष्य की गौरवशाली परंपरा को पुनर्स्थापित करना भी है। महासंघ 1988 से शिक्षा जगत में जागरूकता, गुणवत्ता और नैतिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
संकल्प समारोह में विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर यह प्रतिज्ञा लेंगे कि वे अपने विद्यालय को स्वच्छ, अनुशासित, हरित और प्रेरणादायी स्थल बनाए रखेंगे, संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करेंगे और शिक्षा को चरित्र निर्माण एवं समाज सेवा का माध्यम बनाएंगे। विद्यालय को एक तीर्थ के रूप में मानकर उसके गौरव को बढ़ाने हेतु सतत प्रयासरत रहने की शपथ ली गई।
संकल्प के मुख्य बिंदु:
- विद्यालय को स्वाभिमान और संस्कार का केंद्र मानना
- भेदभावमुक्त शिक्षण वातावरण की स्थापना
- चरित्र निर्माण व सामाजिक उत्तरदायित्व को शिक्षा का मूल आधार बनाना
- विद्यालय की संपत्ति और संसाधनों का राष्ट्रधन के रूप में संरक्षण
यह संकल्प कार्यक्रम न केवल एक औपचारिक आयोजन था, बल्कि यह भारत के विकसित भविष्य — "विकसित भारत 2047" की नींव रखने वाला एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। देशभर में एक ही दिन में पांच लाख से अधिक विद्यालयों में यह संकल्प लिया जाएगा, जो शिक्षा के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व और संगठित क्रांतिकारी पहल होगी।
इस आयोजन के पीछे संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों सत्येंद्र सिंह राणा (जिला संयोजक), डॉ ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, डॉ अभिषेक सिंह, केशव प्रसाद सिंह, डॉ अरविंद प्रकाश सिंह, राकेश सिंह सहित दर्जनों समर्पित शिक्षकों व सहयोगियों की सक्रिय रणनीति बनाई गई है।
संगठन की ओर से समस्त प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों व शिक्षिकाओं से आह्वान किया गया कि वे इस संकल्प को केवल एक दिवस की औपचारिकता न समझें, बल्कि इसे शिक्षा और राष्ट्र निर्माण की एक सतत प्रेरणा बनाएं।