संविधान में आदर्श मूल्यों के बावजूद जनता कई बार अधिकारों से वंचित रहती है
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“हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” — राजा श्रीकृष्ण दत्त पी.जी. कॉलेज में दो दिवसीय कार्यक्रम संपन्न
जौनपुर। स्वतंत्रता के अमृत काल के अवसर पर संविधान के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से राजा श्रीकृष्ण दत्त पी.जी. कॉलेज में “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” विषयक दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पहले दिन आयोजित क्विज़ प्रतियोगिता में छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
प्रथम स्थान : अंशु यादव एवं आर्यन तिवारी (संयुक्त)
द्वितीय स्थान : रूपाली मौर्य
तृतीय स्थान : रंजीत यादव एवं खुशी तिवारी (संयुक्त)
दूसरा दिन : व्याख्यान एवं पुरस्कार वितरण
13 अगस्त को व्याख्यान कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य प्रो. (डॉ.) शंभू राम ने किया।
मुख्य वक्ता डॉ. करमचंद यादव (सल्तनत बहादुर पी.जी. कॉलेज) ने कहा कि संविधान में आदर्श मूल्यों के बावजूद जनता कई बार अधिकारों से वंचित रहती है, जिसे दूर करने के लिए शिक्षा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण आवश्यक है।
डॉ. प्रशांत त्रिवेदी (टी.डी.पी.जी. कॉलेज) ने कहा कि हमारा संविधान विविधता में एकता का प्रतीक है और 75 वर्षों बाद भी स्थिर व अडिग है, जो हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंधक सत्यराम प्रजापति ने की और छात्रों को प्रेरित किया। क्विज़ विजेताओं को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार प्रदान किए गए।
कार्यक्रम का आयोजन आइ.क्यू.ए.सी. इकाई द्वारा किया गया, जिसमें
प्रो. डॉ. अनामिका सिंह (संयोजक), डॉ. लाल साहब यादव (सह-संयोजक),
डॉ. मनोज कुमार वत्स, डॉ. अनिल कुमार मौर्य, डॉ. धर्मवीर सिंह, डॉ. विवेक कुमार, डॉ. रामानंद अग्रहरि, डॉ. रमेश चंद्र सोनी, डॉ. विष्णुकांत तिवारी, डॉ. संतोष कुमार पांडे, श्री सुधाकर मौर्या की विशेष भूमिका रही।
इसके अलावा डॉ. सुनीता गुप्ता, डॉ. विष्णु मौर्य, डॉ. अनीता सिंह, डॉ. नीता सिंह, डॉ. श्याम सुंदर उपाध्याय, डॉ. राजेंद्र सिंह, डॉ. मनोज पाठक, डॉ. गंगाधर शुक्ला, डॉ. सुधाकर शुक्ला भी मौजूद रहे।
संचालन डॉ. लाल साहब यादव (असिस्टेंट प्रोफेसर, अर्थशास्त्र विभाग) ने किया और अंत में डॉ. मनोज वत्स (अध्यक्ष, शिक्षक संघ एवं सदस्य, I.Q.A.C.) ने आभार व्यक्त किया।