15 दिन बाद भी इंसाफ़ से महरूम परिजन, अब अदालत का रुख करेगा पीड़ित परिवार
जौनपुर। नगर कोतवाली क्षेत्र के मछलीशहर पड़ाव पर हुए दिल दहला देने वाले हादसे को पंद्रह दिन बीत चुके हैं, लेकिन मृतकों के परिजनों का ग़म और गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। हादसे में प्राची मिश्रा, समीर और शिवा गौतम की दर्दनाक मौत के बाद परिजन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं।
मंगलवार को मृतका प्राची मिश्रा की बहन साक्षी मिश्रा ने पुलिस अधीक्षक और जिलाधिकारी से मिलकर आरोपी विभागों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। मगर आला अधिकारियों से संतोषजनक जवाब न मिलने पर साक्षी का गुस्सा फूट पड़ा। उसने साफ कहा कि अब परिवार अदालत का दरवाजा खटखटाएगा। अधिकारियों के रवैये से आहत होकर उसने अपनी पीड़ा और आक्रोश खुले शब्दों में सामने रखा।
इधर, समाजवादी पार्टी महिला सभा ने भी इस घटना को लेकर हंगामी तेवर अपनाए। महिला सभा ने जोरदार प्रदर्शन कर मृतकों के परिजनों को न्याय दिलाने की मांग उठाई। उनका कहना था कि यह हादसा नहीं, बल्कि जिम्मेदार विभागों की लापरवाही से हुई मौत है। यदि दोषियों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज़ किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि मृतक परिवारों को 50 लाख रुपये का मुआवजा और एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ठोस कदम उठाए, वरना जनाक्रोश सड़कों पर दिखाई देगा।
मछलीशहर पड़ाव हादसे से उपजा दर्द आज भी ताज़ा है। ग़म में डूबे परिवार अब सिर्फ एक सवाल पूछ रहे हैं—“आखिर हमारी बेटी और बेटों की मौत का जिम्मेदार कौन?”