एस एम मासूम के चालीसवें में उमड़ी भीड़ , मौलाना ने आपसी सौहार्द पर दिया ज़ोर
मजलिस को खिताब करते हुए राजधानी लखनऊ से आए मौलाना सैय्यद हसनैन बाकरी ने कहा कि इस्लाम आपसी भाईचारे और इंसानियत का पैगाम देता है। समाज में फैली बुराइयों को मिटाने के लिए सभी को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लाम में बेगुनाहों का खून बहाना सबसे बड़ा गुनाह माना गया है और एकता व सौहार्द बनाए रखना समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है।
मौलाना ने बच्चों को आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ दीनी तालीम देने पर जोर दिया। उन्होंने कर्बला की घटना और इमाम हुसैन की शहादत के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि कर्बला हमें त्याग, इंसाफ और इंसानियत की राह पर चलने की सीख देता है।
मजलिस की सोजखानी समर रज़ा ज़ैदी ने की, जबकि पेशखानी तनवीर जौनपुरी, एहतिशाम जौनपुरी और मेहदी मिर्जापुरी ने पेश की। संचालन अनवर जौनपुरी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में मरहूम सैय्यद मोहम्मद मासूम के भाई एजाज़ हुसैन एवं पुत्र सैय्यद मोहम्मद ज़ैन ने सभी मोमनीन और मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।
इस अवसर पर धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन ज़ैदी, सैय्यद मोहम्मद मुस्तफा, आरिफ़ हुसैनी, हसनैन कमर दीपू, आज़म ज़ैदी, लाडले ज़ैदी, सैय्यद मोहम्मद एहसान, ज्ञान कुमार सहित बड़ी संख्या में अकीदतमंद मौजूद रहे।