शक्ति स्वरूपा कन्याओं के पूजन से गूँजा हरदीपुर विद्यालय
मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत हुआ भव्य आयोजन
जौनपुर । शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर देवी स्वरूपा कन्याओं के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए प्राथमिक विद्यालय हरदीपुर का वातावरण भक्तिमय हो उठा। शासन के निर्देशानुसार मिशन शक्ति फेज-5 के अंतर्गत 22 सितम्बर से चल रहे 90 दिवसीय विशेष अभियान की कड़ी में आज कन्या पूजन का दिव्य एवं भव्य आयोजन संपन्न हुआ।इस अवसर पर राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) खेल एवं युवा कल्याण गिरीश चन्द्र यादव, नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा मौर्या तथा जिलाधिकारी डा० दिनेश चन्द्र सहित अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में 301 बालिकाओं का विधिविधान से पूजन किया गया। अतिथियों ने स्वयं कन्याओं के पाँव पखारकर उनका पूजन किया, उन्हें भोजन कराया और आशीर्वाद प्राप्त किया। साथ ही कन्याओं को उपहारस्वरूप ज्योमेट्री बाक्स, कलर बाक्स, पेंसिल, रबर, पेन एवं कला की कापी प्रदान की गयी। मिष्ठान एवं दक्षिणा अर्पित कर पूजन को पूर्णता दी गयी।
राज्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि “कन्या पूजन से प्राप्त आशीर्वाद निश्चित ही फलित होता है। माता रानी की कृपा से समाज में सुख-समृद्धि एवं शांति आती है।” उन्होंने मुख्यमंत्री जी द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान हेतु संचालित 1090 वुमेन पावर लाइन, 181 महिला हेल्पलाइन तथा 1098 चाइल्ड लाइन जैसी सेवाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि अब नारी शक्ति आत्मविश्वास के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही है।
जिलाधिकारी डा० दिनेश चन्द्र ने अपने संबोधन में कहा कि “बालक और बालिकाओं में भेदभाव समाज को आगे नहीं बढ़ने देगा। बच्चियां शक्ति पुंज के समान होती हैं। कन्याओं का पूजन करने से माँ दुर्गा मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा हेतु कठोरतम कार्रवाई की जा रही है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उन्हें स्वावलम्बी बनाया जा रहा है।
पूरे विद्यालय परिसर में माँ दुर्गा के जयकारे गूंजते रहे और वातावरण भक्तिमय बना रहा। मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन सलमान शेख ने किया।
इस अवसर पर अनेक विभागों के अधिकारीगण, शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं तथा जिला स्तरीय पदाधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। श्रद्धा, भक्ति और विश्वास से सम्पन्न यह आयोजन बालिकाओं के प्रति सम्मान और समाज में नारी शक्ति के महत्व का जीवंत संदेश बनकर सामने आया।