रंगदारी, लूटपाट, आशियाना जमींदोज का मामला पहुंचा सीएम दरबार
मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक से मिले पीड़ित को मिला आश्वासन
जौनपुर। संगठित बदमाशों द्वारा आये दिन दी जा रही धमकी, रंगदारी, लूटपाट सहित निजी सम्पत्तियों को क्षति पहुंचाने का मामला धीरे—धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों से शिकायत करने के बाद मामला अब मुख्यमंत्री के दरबार में पहुंच गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक जौनपुर डा. कौस्तुभ से मिले पीड़ित दिलीप जायसवाल को आश्वासन मिला कि दोषियों के खिलाफ शीघ्र ही कार्यवाही होगी। पीड़ित जनपद के मुंगराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के गरियांव बाजार बुढ़न्सापुर का निवासी है जो पिछले कई वर्षों से व्यापारिक दृष्टिकोण से गुजरात में रहते हैं।श्री जायसवाल के अनुसार बीते 27 दिसम्बर 2024 को क्षेत्र के आपराधिक किस्म के मो. अमिन, वसीर, वसीम, दिलीप चौहान आदि उनके छोटे भाई विजय जायसवाल से 2 लाख रूपये की रंगदारी मांगे। मना करने पर मारपीट करने के साथ निर्माणाधीन मकान को जमींदोज कर दिये। काफी प्रयास के बाद मुकदमा तो दर्ज हुआ लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। उपरोक्त बदमाशों की मनबढ़ई का आलम यह रहा कि 10 फरवरी 2025 को उन लोगों ने पुन: 8 लाख रूपये की रंगदारी मांगी। मना करने पर पुन: नवनिर्मित मकान को ध्वस्त करते हुये लूटपाट भी किया जो वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है।
वहीं दूसरी ओर शिकायत करने के बाद भी हल्का पुलिस ने निष्क्रियता दिखाते हुये मुकदमा भी नहीं दर्ज किया। उल्टे उच्चाधिकारियों को गलत रिपोर्ट देकर थाना पुलिस ने अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर लिया। इसके बाद पीड़ित ने 4 मार्च 2025 को जिलाधिकारी के समक्ष अपनी पीड़ा रखी जिनके निर्देश पर 7 मार्च 2025 को मुकदमा तो दर्ज हुआ लेकिन लूट की धारा नहीं लिखी गयी। इतना ही नहीं, सीआरपीसी के 164 के तहत बयान एवं सीसीटीवी फुटेज के बावजूद भी लूट सहित अन्य गम्भीर धारा नहीं जोड़ा गया।
मुख्यमंत्री से मिलकर लौटे शिकायतकर्ता दिलीप जायसवाल ने पुलिस अधीक्षक डा. कौस्तुभ से लिखित रूप से मांग किया कि पूरे प्रकरण की जांच विशेष जांच टीम गठित करके की जाय। सभी नामजदों सहित अज्ञात बदमाशों की गिरफ्तारी की जाय। लूटे गये सामान बरामद कराये जायं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लूट सहित अन्य गम्भीर धारा बढ़ायी जाय। परिवार के लोगों की विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाय। इस पर पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही दोषियों की गिरफ्तारी करके अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।


अपराधियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्यवाही होना चाहिए न्याय में देरी करना भी एक तरह से अन्याय है 😢😢
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