सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने सुनी जनता की समस्याएँ, 11 मामलों का हुआ मौके पर निस्तारण
फत्तूपुर निवासी पूनम गौतम ने बताया कि ऑनलाइन वरासत होने के बावजूद अभिलेखों में नाम दर्ज नहीं किया गया। इस पर जिलाधिकारी ने कानूनगो पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और मौके पर ही उनका नाम दर्ज कराते हुए समस्या का निस्तारण कराया।
बैरमा गडवारा के सुभाष मौर्य ने चकमार्ग पर कब्जा हटाने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी बदलापुर को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
रारी निवासी सुनीता देवी ने आबादी एवं पट्टे की भूमि पर अवैध कब्जा हटाने की मांग की। इस पर राजस्व निरीक्षक को तत्काल जांच व निस्तारण के आदेश दिए गए।
कदौदा निवासी फूलचंद्र ने आरोप लगाया कि भू-माफियाओं ने बगल की नहर काटकर अपने खेत में मिला ली है, जिससे सिंचाई प्रभावित हो रही है। जिलाधिकारी ने शिकायत की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में एसपी ग्रामीण, सीएमओ, सीओ, उपनिदेशक कृषि, एक्सईएन सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित कई अधिकारी अनुपस्थित रहे। इस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शासन की प्राथमिकता वाले कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी के समक्ष कुल 82 प्रकरण प्राप्त हुए, जिनमें से 11 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। शेष प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागों को सौंपते हुए समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए गए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ध्रुव खाड़िया, जिला विकास अधिकारी मीनाक्षी देवी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल, तहसीलदार योगेन्द्र पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी मनोकामना राय, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी दिव्या शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इसी प्रकार जिले की सभी तहसीलों में भी सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया, जहां फरियादियों की समस्याएँ सुनी गईं।

