विश्वकर्मा हॉस्टल में कीड़ों वाला भोजन, फूटा छात्र-आक्रोश: वार्डन और मेस संचालक तत्काल हटाए गए
https://www.shirazehind.com/2025/11/blog-post_455.html
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के विश्वकर्मा हॉस्टल में छात्रों का सब्र तब टूट गया, जब भोजन में कीड़े और रोटी बनाने वाले आटे में सड़ांध का खुला सबूत मिल गया। शुक्रवार दोपहर छात्रों ने कुलपति कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामला भड़क उठा।कुलपति द्वारा वार्ता के लिए बुलाए जाने पर छात्रों ने साफ कहा कि वार्डन और चीफ वार्डन को तत्काल पद से हटाया जाए, तभी स्थिति सामान्य होगी। मांगों पर ठोस कार्रवाई न होते देख छात्रों ने कुलपति कार्यालय के बाहर बैठकर धरना शुरू कर दिया।
बढ़ते विरोध और गुस्साए छात्रों की संख्या देखते हुए प्रशासन हरकत में आया और तुरंत प्रभाव से वार्डन तथा मेस संचालक को हटा दिया गया। साथ ही आगे जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया।
बाद में चीफ वार्डन और छात्र प्रतिनिधियों ने हॉस्टल निरीक्षण किया, जिसमें स्थिति और भी भयावह निकली रोटी बनाने वाला आटा कीड़ों से भरा मिला,
कई शौचालयों और वॉशरूम के दरवाज़ों की कुंडी तक गायब,
सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई।
छात्र नेता दिव्यांशु सिंह ने कहा, “बच्चों की आवाज़ कोई दबा नहीं सकता। हम अपने हक़ और मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ते रहेंगे।”
वहीं छात्र नेता मंगलम त्यागी ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और मिलीभगत के कारण ही हॉस्टल में ऐसी भयावह स्थिति खड़ी हुई है।”
इस दौरान उत्कर्ष सिंह, शुभम प्रजापति, सिद्धार्थ सिंह, आकाश यादव, शिवांश त्रिपाठी सहित कई छात्र मौजूद रहे।
छात्रों ने मांग की है कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए तथा हॉस्टल में भोजन की गुणवत्ता, सफाई और बुनियादी सुविधाओं को तत्काल दुरुस्त किया जाए।

