10 प्रतिशत कमीशन एडवांस लेने के बाद ही जेई बनाते हैं स्टीमेट!
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क्षेत्र के एक ग्राम प्रधान ने लगाया आरोप
मामला ग्रामसभा में पंचायत भवन निर्माण काडोभी, जौनपुर। प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्ट अधिकारीयों व कर्मचारियों के ऊपर कितनी भी कड़ी कार्रवाई क्यों न कर लें परंतु भ्रष्ट अधिकारी अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण विकास खंड डोभी का अतिरिक्त प्रभार लिए बैठे अवर अभियंता धनपत नरायन दोनों हाथों से जेब भरने में जुटे हैं। आरोप है कि किसी भी निर्माण कार्य का स्टीमेट तभी बनाते हैं जब उन्हें कमीशन के तौर पर उनके हिस्से का 10 फीसदी एडवांस मिल जाता है। मेजरमेंट बुक (एमबी) भी तभी बनाते हैं जब 10 प्रतिशत पहले मिल जाता है। मामला क्षेत्र के ग्रामसभा में पंचायत भवन के निर्माण का है। पूरे विकास खंड में यह चर्चा का विषय बन गया है।
बता दें कि अवर अभियंता (लघु सिंचाई) धनपत नरायन की तैनाती वैसे तो विकास खंड केराकत में है लेकिन उच्चाधिकारियों के कृपा पात्र होने के विकास खंड डोभी का भी उनके पास अतिरिक्त प्रभार है। उक्त सभा प्रधान ने बताया कि उनकी ग्रामसभा में पंचायत भवन का निर्माण प्रस्तावित है। प्रधान का आरोप है कि पंचायत भवन के लिए मेजरमेंट बुक (एमबी) बनाने का आग्रह करने पर अवर अभियंता धनपत नरायन कोई न कोई तकनीकी दिक्कत बताकर टाल-मटोल करते रहे। बार-बार अनुरोध किये जाने पर खुलकर कहा कि मेरे हिस्से का 10 प्रतिशत एडवांस में देंगे तभी बनाउंगा। अन्ततोगत्वा सोमवार को 12 हजार रुपये लेने के पहले लेने के बाद ही मेजरमेंट बुक (एमबी) बनाकर दिया। ग्राम प्रधान ने कहा कि इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जायेगी।
बता दें कि अवर अभियंता (लघु सिंचाई) धनपत नरायन की तैनाती वैसे तो विकास खंड केराकत में है लेकिन उच्चाधिकारियों के कृपा पात्र होने के विकास खंड डोभी का भी उनके पास अतिरिक्त प्रभार है। उक्त सभा प्रधान ने बताया कि उनकी ग्रामसभा में पंचायत भवन का निर्माण प्रस्तावित है। प्रधान का आरोप है कि पंचायत भवन के लिए मेजरमेंट बुक (एमबी) बनाने का आग्रह करने पर अवर अभियंता धनपत नरायन कोई न कोई तकनीकी दिक्कत बताकर टाल-मटोल करते रहे। बार-बार अनुरोध किये जाने पर खुलकर कहा कि मेरे हिस्से का 10 प्रतिशत एडवांस में देंगे तभी बनाउंगा। अन्ततोगत्वा सोमवार को 12 हजार रुपये लेने के पहले लेने के बाद ही मेजरमेंट बुक (एमबी) बनाकर दिया। ग्राम प्रधान ने कहा कि इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जायेगी।

