रेलवे बाउंड्रीवाल से 50 घरों का आवागमन ठप
ग्रामीणों की मांग पर सांसद प्रिया सरोज ने दिया अंडरपास का आश्वासन
जफराबाद। स्थानीय रेलवे स्टेशन से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित रामदासपुर गांव में रेलवे लाइन के किनारे बाउंड्रीवाल बनाए जाने से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। स्थिति यह है कि गांव के करीब 50 घरों में रहने वाली 600 से अधिक आबादी के सामने रोजमर्रा के आवागमन की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। ग्रामीणों ने रेल विभाग एवं मछलीशहर सांसद सुश्री प्रिया सरोज से रेलवे अंडरपास बनाए जाने की मांग की है।रामदासपुर गांव प्रयागराज–वाराणसी रेलवे लाइन के बीच स्थित है। गांव के लोग, साथ ही मड़ैया और शंकरपुर गांव के कई ग्रामीण, रेलवे लाइन पार कर बाजार, स्कूल एवं अन्य जरूरी कार्यों के लिए आते-जाते हैं। बच्चों के स्कूल जाने के लिए भी यही रास्ता एकमात्र साधन है। अभी तक ग्रामीण रेलवे लाइन पार कर आवागमन कर रहे थे, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से रेल विभाग द्वारा लाइन के किनारे बाउंड्रीवाल का निर्माण कराए जाने से रास्ता बंद हो गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाउंड्रीवाल बनने के बाद उन्हें काफी लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी, जिससे विशेषकर स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को भारी परेशानी होगी। इसी समस्या को लेकर दो दिन पूर्व ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा था और रेलवे अंडरपास निर्माण की मांग की थी।
ग्रामीणों की परेशानी की जानकारी मिलते ही मछलीशहर सांसद सुश्री प्रिया सरोज बुधवार को मौके पर पहुंचीं और हालात का जायजा लिया। उन्होंने डीआरएम सहित रेलवे के अन्य अधिकारियों से बातचीत कर ग्रामीणों के लिए अंडरपास बनवाने की मांग रखी।
इस मौके पर सांसद प्रिया सरोज ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से बाउंड्रीवाल आवश्यक है, लेकिन गांव को सटाकर दीवार बनाए जाने से लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में यहां अंडरपास अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि डीआरएम से बात कर गांव की समस्या से अवगत करा दिया गया है और दिल्ली पहुंचने के बाद वे रेल मंत्री से भी रामदासपुर गांव के लिए अंडरपास निर्माण की मांग करेंगी।
सांसद के आश्वासन से ग्रामीणों को राहत की उम्मीद जगी है।

