शोध-निर्देशक सूची 8 दिन बाद भी जारी नहीं—स्ववित्तपोषित शिक्षक संघ की कुलसचिव को अंतिम चेतावनी
26 नवंबर को कुलसचिव केशलाल एवं उप कुलसचिव (शैक्षणिक) अजीत सिंह के साथ हुई वार्ता में शीघ्र सूची जारी करने का आश्वासन मिला था। इसी आधार पर शिक्षक संघ ने अपना धरना समाप्त कर दिया था। किंतु चार दिसंबर को आठ दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर संघ ने नाराजगी जाहिर की है।
संघ के इकाई अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार मिश्र ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी यह संकेत देती है कि शिक्षक समुदाय के साथ छल किया गया है। उन्होंने कहा—
“लगातार आश्वासन देकर टालना हमारे UGC-अनुमोदित अधिकारों का उल्लंघन है। इससे सैकड़ों शोधार्थियों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है।”
डॉ. मिश्र ने बताया कि कुलसचिव को अंतिम चेतावनी ईमेल कर दी गई है, जिसकी प्रति कुलपति और माननीय राज्यपाल उत्तर प्रदेश को भी भेजी गई है। संघ ने चेताया कि यदि सूची शीघ्र जारी नहीं की गई तो वह पुनः लोकतांत्रिक तरीके से तीव्र आंदोलन करने को बाध्य होगा, जिसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
संघ ने सभी स्ववित्तपोषित शिक्षकों से एकजुट रहने और आगामी संघर्ष के लिए तैयार रहने की अपील की है।

