जीएसटी के विरोध में स्ववित्तपोषित प्रबंधक महासंघ का प्रदर्शन
कुलपति व कुल सचिव को सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी
जौनपुर। स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों पर जीएसटी लगाए जाने के विरोध में स्ववित्तपोषित प्रबंधक महासंघ के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कुल सचिव को ज्ञापन सौंपा। महासंघ के अध्यक्ष ने विश्वविद्यालय प्रशासन से वर्ष 2017 से जीएसटी लागू किए जाने के निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की।महासंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों पर जीएसटी लागू करना जजिया कर से कम नहीं है, जिसे महासंघ काला कानून मानता है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस विषय पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो महासंघ धरना-प्रदर्शन करने के साथ ही परीक्षाएं न होने देने जैसे कठोर कदमों पर भी विचार करेगा, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपते समय विभिन्न महाविद्यालयों के प्रबंधक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से रत्नेश तिवारी, मुन्ना यादव, डॉ. ज्ञान प्रकाश पाठक, बिंदेश यादव, सर्वजीत प्रसाद, भोलानाथ सिंह सहित अन्य प्रबंधकों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
महासंघ ने दो टूक कहा कि स्ववित्तपोषित संस्थानों पर आर्थिक बोझ बढ़ाने वाले किसी भी निर्णय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

