निपुण भारत अभियान की धुरी बने एड्यूस्टफ के शिक्षक, लखनऊ विश्वविद्यालय में हुए सम्मानित
लखनऊ/जौनपुर। निपुण भारत अभियान को धरातल पर सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहे स्वप्रेरित शिक्षक समूह एड्यूस्टफ के तत्वावधान में पंचम राज्य स्तरीय शिक्षक संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का भव्य आयोजन 27 दिसंबर को लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित समाज कार्य विभाग के राधा कमल मुखर्जी सभागार में संपन्न हुआ। कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और खराब मौसम के बावजूद प्रदेश के 18 मंडलों के विभिन्न जनपदों से बेसिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षक-शिक्षिकाएं इस संगोष्ठी में शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। संगोष्ठी की आयोजक एवं एड्यूस्टफ समूह की संस्थापिका, राज्य अध्यापक पुरस्कार, राज्य स्तरीय आईटी पुरस्कार, मिशन शक्ति पुरस्कार समेत अनेक सम्मानों से अलंकृत जनपद जौनपुर की शिक्षिका प्रीति श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने संगोष्ठी के शीर्षक ‘अन्विता’ पर प्रकाश डालते हुए एड्यूस्टफ समूह द्वारा किए जा रहे शैक्षिक नवाचारों और निपुण भारत मिशन में शिक्षकों की भूमिका को रेखांकित किया।
मुख्य अतिथि संयुक्त शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) मंडल लखनऊ डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने अपने तीन दशक के शैक्षिक प्रशासनिक अनुभव साझा करते हुए कहा कि एक ही ध्येय और लक्ष्य के साथ समूहबद्ध होकर कार्य करने वाले शिक्षकों का ऐसा जुटान सराहनीय और अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं से आगे बढ़कर शिक्षक स्वयं विद्यालय और शिक्षा में क्या बदलाव ला रहा है, इसका जीवंत उदाहरण एड्यूस्टफ समूह है। उन्होंने प्रीति श्रीवास्तव को इस पुनीत प्रयास के लिए बधाई देते हुए कहा कि समाज में शिक्षा की लौ ऐसे ही समर्पित शिक्षकों के माध्यम से निरंतर प्रज्वलित रहती है।
विशिष्ट अतिथि प्रो. राकेश द्विवेदी, विभागाध्यक्ष समाज कार्य विभाग एवं चीफ प्रॉक्टर, लखनऊ विश्वविद्यालय ने शिक्षकों के कार्यों के समाजशास्त्रीय प्रभाव पर विस्तार से विचार रखे। वहीं, प्रबंध संकाय के प्रो. संजय मेधावी ने तकनीक और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के बढ़ते प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एआई गणना कर सकता है, लेकिन चिंतन शिक्षक को ही करना होगा।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग के प्रदेश अध्यक्ष शिव शंकर ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षक की गरिमा और प्रभाव दोनों को सशक्त करने की आवश्यकता है। शिक्षक अपने आचरण, कार्य और वैचारिक प्रतिबद्धता से समाज व बच्चों के हित में कार्य करें, तभी बेसिक शिक्षा के प्रति जनमानस का विश्वास और मजबूत होगा।
इस अवसर पर एड्यूस्टफ समूह का वार्षिक कैलेंडर भी अतिथियों द्वारा विमोचित किया गया। प्रदेश भर से आए शिक्षकों को उनके शैक्षिक कार्यों और विद्यालय स्तर पर की गई उपलब्धियों के लिए प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों का एक मंच पर एकत्रीकरण कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा।
कार्यक्रम की शोभा रायबरेली की शिक्षिकाओं द्वारा निपुण भारत मिशन थीम पर बनाई गई रंगोली और सेल्फी प्वाइंट ने बढ़ाई। महिला शिक्षकों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और सीतापुर जनपद की टीम द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। धन्यवाद ज्ञापन सीतापुर के एसआरजी एवं कोर टीम सदस्य मदनेश मिश्रा ने किया।
इस अवसर पर निपुण भारत मिशन के अंतर्गत जनपद जौनपुर में सुगम, सरल और प्रभावी पठन-पाठन, शत-प्रतिशत नवीन नामांकन, बच्चों के ठहराव तथा सर्व शिक्षा अभियान के प्रचार-प्रसार में किए गए नवाचारी प्रयोगों के लिए जौनपुर के शिक्षकों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में प्राथमिक विद्यालय कबूलपुर प्रथम के शिक्षक एवं नोडल शिक्षक संकुल डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव, इंग्लिश मीडियम प्राथमिक विद्यालय रंजीतपुर सिकरारा की प्रधानाध्यापिका किरन सिंह, प्राथमिक विद्यालय महराजगंज की प्रधानाध्यापिका प्रतिमा सिंह तथा प्राथमिक विद्यालय दुगौली खुर्द बदलापुर की सहायक अध्यापिका किरन कुमारी प्रमुख रहीं।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल संचालन धीरज सिंह एवं रेनू सिंह ने संयुक्त रूप से किया, जबकि आयोजन की व्यवस्थाएं एड्यूस्टफ जौनपुर टीम के एडमिन डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में संपन्न हुईं।

