आजमगढ़ में डायरिया का कहर चार की मौत 800 विमार
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रिपोर्ट - पितेशवर कुमार
दूषित पानी पीने से आजमगढ़ के मुबारकपुर कस्बे में फैले डायरिया का कहर
चौथे दिन भी जारी रहा। आज रात में 55 पीडि़तों के अस्पताल में दाखिले के
साथ बीमार लोगों की संख्या लगभग 800 हो गयी है साथ ही संक्रमण की शिकार एक
अधेड़ महिला और पुरुष की भी मौत हो गई। इसके साथ मुबारकपुर में डायरिया से
मरने वालों की संख्या चार हो गई है। हालांकि प्रशासन डायरिया से तीन की मौत
मान रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थिति यह है कि एक मरीज
डिस्चार्ज हो रहा है कि दो लोग अस्पताल पहुंच जा रहे है। अस्पताल में बेड
की कमी होने से मरीजों को गलियारे और बरामदे में लिटा कर इलाज किया जा रहा
है। मरीजो की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने दो अस्थाई अस्पताल भी
स्थापित किया है।
मुबारकपुर कस्बे में दूषित पानी से आज चैथे दिन भी संक्रमण देखा गया
और लोगों के अस्पताल पहुंचने को क्रम जारी है साथ ही मौत की संख्या में भी
इजाफा हुआ है। डायरिया पीडि़त पुरासोफी निवासी शिक्षक अब्दुर रशीद की पत्नी
हुस्न आरा (50) की उस समय मौत हो गई, जब परिवार के लोग उसे अस्पताल ले जा
रहे थे। साथ ही सीएचसी में भर्ती 50 वर्षीय जमालुद्दीन की भी कल शाम को मौत
हो गई। इसी के साथ कस्बे में डायरिया से मरने वालों की संख्या चार हो गई।
आज रात में उल्टी, दस्त से पीडि़त 55 और लोगों को मुबारकपुर सीएचसी में
भर्ती कराया गया। इसमें फरहीन (20)पुत्री अजीज अख्तर, अर्सिया परवीन
(9)पुत्री रिजवान अहमद, आजिया खातून (9)पुत्री नबी अहमद, सादिया (2)पुत्री
रेयाज अहमद, सिदरा (1) पुत्री रमजान, सबा (3)पुत्री रमजान, नाज फातमा
(6)पुत्री अजरान, ओनीबा (आठ माह) पुत्री बदरे आलम, नोहा (3)पुत्री अबुशाद,
सना (4)पुत्री खुर्शीद, शब्बीर अफजल (10) पुत्र मेराज अली आदि शामिल थे।
इसके अलावा कस्बे के निजी अस्पतालों में भी सैकड़ों लोगों का इलाज जारी है।
मुबारकपुर प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र के चिकित्सक अजीज अहमद का कहना है कि
उनके यहाँ कुल अब तक 254 मरीज भर्ती हो चुके है हॉस्पिटल में किसी भी मरीज
की मौत नहीं हुई है
मुबारकपुर सीएचसी की क्षमता 30 बेड की है, वर्तमान समय में 150 से
अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा 253 से अधिक बीमार लोगों को
इलाज के लिए स्थानीय अस्थाई अस्पताल, व निजी अस्पताल, जिला अस्पताल में
मरीजों को भर्ती कराया गया है। उमस भरी गर्मी में मरीज और तीमारदार बिलबिला
रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुबारकपुर में न बिजली की समुचित
व्यवस्था है और न ही पंखे ही चल रहे हैं। यहां तक कि शुद्ध पानी तक नसीब
नहीं हो पा रहा है। अस्पताल की दुर्व्यवस्था से तीमारदार भी बीमार हो जा
रहे हैं। उमस भरी गरमी में मरीजों की हालत और बिगड़ती जा रही है। वहीं 30
बेड के अस्पताल में तीन गुना मरीजों को भर देने से दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
साथ दवाओं का अभाव देखा जा रहा है। मरीज लेकर भर्ती परवीन बनो का कहना है
कि लाइट न रहने की वजह से पंखा नहीं चल रहा है काफी प्रयास के बाद दावा मिल
रहा है कोई मरीज को देख नहीं रहा है
अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिल कुमार मिश्रा का कहना है कि कस्बे के
प्रत्येक घरों में अब डाक्टरों की टीम जा रही है साथ ही उनको जागरूक करने
का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने डायरिया से तीन लोगों की मौत की बात
स्वीकार की है उनका कहना है कि अब स्थिति नियंत्रण में है।
वही मरीजों का हाल जानने पहुंचे भाजपा नेता रामदर्शन यादव ने कहा कि
मरीजों की स्थित बहुत अच्छी नही है। आवश्यकता के हिसाब से व्यवस्था नही हो
पा रही है। हम लोग सड़क पर उतरने का ऐलान किये थे लेकिन अब प्रसाशन काफी
मुस्तैद दिख रहा है।

