दहेज, बलात्कार, शादी, खाप पंचायत जैसी समस्याओं को लेकर हूं गम्भीरः डा. वीपी सिंह
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रिपोर्ट -रामजी जायसवाल
जौनपुर। मैं जौनपुर का बेटा हूं और यहीं पर पला-बड़ा हूं। यहां का मिट्टी मेरा तिलक है तो यहां के लहलहाते खेत मेरे गहने तथा यहां की धरती तो मेरी मां है। यहां जन्म लेकर बाहर जाकर चिकित्सक की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद वापस यहीं पर आकर जनता की सेवा कर रहा हूं जो आगे चिकित्सा सहित फिल्मों के माध्यम से करता रहूंगा। वैसे तो जनपद की अपनी अलग पहचान है लेकिन इस जनपद का स्थान फिल्मी दुनिया में आज की जटिल समस्याओं के माध्यम से ऐसा बनाना चाहता हूं जिसकी ऊंचाई अद्वितीय रहे। उक्त बातें नगर के खरका कालोनी के निजी अस्पताल के संचालक तथा फिल्म निर्माता, निर्देशक व अभिनेता डा. वीपी सिंह ने शुक्रवार को एक अनौपचारिक वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि वैसे तो आजकल तमाम मुद्दों को लेकर फिल्में बनायी जा रही हैं लेकिन आज के जो मूल एवं जटिल मुद्दे हैं, उस पर किसी का भी ध्यान नहीं जा रहा है। इन मुद्दों में दहेज, बलात्कार, शादी, खाप पंचायत प्रमुख हैं जिसके लिये लड़ाई लड़ने के लिये मैं तो वीणा उठा लिया हूं लेकिन इस लड़ाई में मुझे विजयश्री तभी मिल सकती है जब सभी धर्म, जाति एवं वर्ग के लोगों, खासकर मीडिया का अपेक्षित सहयोग मिलेगा। फिल्म अभिनेता डा. सिंह का कहना है कि इन मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि जगह-जगह चर्चा करते हुये इसके प्रति लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। चर्चा से जागरूकता आयेगी एवं जागरूकता से लड़ाई में धार आयेगी तथा धार आने से विजयश्री पाने से कोई भी नहीं रोक सकता है, मतलब समाज के लिये नासूर बन चुकीं ये समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेंगी।
जनपद में जन्म लेकर पलने-बढ़ने के बाद सुदूर जगहों पर जाकर अपनी पहचान बनाकर यहां की धरती को भूल चुके लोगों की चर्चा करते हुये फिल्म निर्माता डा. सिंह ने कहा कि यदि इसी तरह लोग अपनी धरती को भूलते रहेंगे तो आने वाले दिनों में जौनपुर का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा। यह कलाकारों की धरती है तथा यहां एक से बढ़कर एक मनीषियांे ने जन्म लिया है जिनकी ख्याति आज कीर्तिमान बनाये हुये है लेकिन जौनपुर का नाम पर्दे के पीछे तक ही सीमित है जो अत्यन्त दुख की बात है।
दर्जन भर से अधिक देशों से आये तमाम प्रस्तावों को ठुकराने वाले एवं अधिकांश देशों का भ्रमण कर वहां की वस्तुस्थिति से अवगत होने वाले अभिनेता डा. सिंह का कहना है कि उपरोक्त मूलभूत समस्याओं को समाज के सामने लाकर लोगों को जागरूक करना एवं इसको समूल नष्ट करना ही मेरा अब एकमात्र सपना है जिसको साकार करने में मुझे जनपद के प्रत्येक लोगों से सहयोग की अपेक्षा है। इन समस्याओं को फिल्मों के माध्यम से मैं लोगों के सामने लाना चाहता हूं जिसको लोग देखें, समझें, सोचें और तब इसके प्रति जागरूक हों तभी मैं इस वीणा में सफल हो पाऊंगा।
जौनपुर में शूट हुई फिल्म ‘शादी-वादी’ का नाम हुआ परिवर्तित
टाइटल बदलकर फिल्म का नाम रखा गया ‘गार्जियंस’ः निर्देशक
जौनपुर। फिल्म सिटी मुम्बई से तमाम नामचीन कलाकारों के साथ गत दिवस जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में शूटिंग पूर्ण करने वाले निर्माता, निर्देशक एवं अभिनेता डा. वीपी सिंह का कहना है कि फिल्म ‘शादी-वादी’ का नाम परिवर्तित करके उसे अब ‘गार्जियंस’ रख दिया गया है। हालांकि फिल्म की कहानी, पात्र, जगह आदि सब कुछ वही है लेकिन टाइटल के हिसाब से उसमें कुछ दिया नहीं गया था, इसलिये नाम को परिवर्तित कर दिया गया है। आगामी कुछ दिनों में फिल्म प्रदर्शित हो जाने की चर्चा करते हुये अभिनेता डा. सिंह ने बताया कि फिल्म में आज की सभी मांगों को लिया गया है और आशा ही नहीं, पूर्ण विश्वास है कि इस फिल्म को सभी लोग अवश्य पसंद करेंगे। जनपद के ऐतिहासिक स्थलों सहित अन्य जगहों पर इसकी शूटिंग की गयी है। यह मेरी अपनी एक सोच थी जिसे मैंने पूरा किया। मेरी इच्छा थी कि एक फिल्म बनाऊं जिसकी सारी शूटिंग जौनपुर में हो, जैसा हुआ भी। करोड़ों की लागत से बनने वाले इस फिल्म के बारे में फिल्म निर्देशक श्री सिंह ने बताया कि किसी भी प्रचार का सबसे सशक्त माध्यम हम और आप हैं। यदि हम आपसे और आप किसी और से किसी मुद्दे को लेकर चर्चा करेंगे तो प्रचार-प्रसार खुद-ब-खुद होता जायेगा जिसकी अपार सफलता से कोई भी नहीं रोक सकता है।

