
जौनपुर : केराकत पंचायत कार्यालय सभागार में मंगलवार को बैठक में दुर्व्यवस्था से क्षुब्ध हजारों बीएलओ ने जमकर हंगामा किया। माहौल गरम देख उपजिलाधिकारी ने बैठक स्थगित कर दिया।
तहसील के चारों विकास खंडों केराकत, मुफ्तीगंज, डोभी व जलालपुर के सभी बीएलओ की बैठक बुलाई गई थी। आरोप है कि तहसील प्रशासन द्वारा कुर्सी व बेंच की व्यवस्था न कर टाट, बोरे बिछाए गए थे। इतना ही नहीं निर्धारित समय से पांच घंटे विलंब से अधिकारी पहुंचे। दुर्व्यवस्था से आक्रोशित बीएलओ तेज आवाज में विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्हें शांत कराने के लिए एसडीएम रिंकी जायसवाल ने धमकी दिया कि अगर चुप नहीं हुए तो वेतन रोक देंगे। इतना सुन सभी बीएलओ उग्र हो गए।
बीएलओ की शिकायत है कि छह से सात माह पूर्व सुधार व नये मतदाताओं का फार्म भरकर जमा किया जा चुका है। जिस पर न तो आज तक मतदाता पहचान पत्र ही दिया गया और न ही सुधार किया गया। बल्कि कई बूथों के थोक भाव में मतदाता सूची से नाम ही गायब कर दिए गए हैं जिसके चलते उन्हें मतदाताओं के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है।
मामला गंभीर देख उपजिलाधिकारी ने केराकत ने पुलिस को सूचना दिया। मौके पर थाना प्रभारी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी, थानाध्यक्ष चंदवक शिवानंद यादव सहित भारी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंच गई। किसी तरह हंगामा शांत हुआ। उपजिलाधिकारी ने बैठक स्थगित कर दिया।
घटना के बारे उपजिलाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मोबाइल नायब तहसीलदार को थमा दिया। नायब तहसीलदार ने कहा कि कोई बावल नहीं हुआ था। भीड़ अधिक होने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई है।