
जौनपुर जिले के बसपा जिलाध्यक्ष ने पार्टी विरोधी गतिविधियो के कारण पूर्व सांसद उमाकांत यादव और उनके बेटे दिनेशकांत यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उमाकांत यादव 2004 लोक सभा चुनाव में मछलीशहर संसदीय सीट पर जेल में रहते हुए बसपा से सांसद चुने गये थे. 2007 विधान चुनाव में उनके पुत्र दिनेशकांत यादव को बीएसपी ने खुटहन विधान सभा सीट पर चुनाव लड़ाया था लेकिन पार्टी के भीतरघात के कारण सांसद पुत्र विधायक बनने से वंचित रह गया। यूपी में बीएसपी की सरकार बनने के बाद उमाकांत पर आजमगढ़ जिले के सरायमीर बाज़ार में एक घर कब्ज़ा करने का आरोप लगा तो मायावती ने उमाकांत को अपने आवास पर बुलाकर जेल भेज दिया। करीब छः साल बाद पिछले महीने जेल से रिहा हुए उमाकांत एक बार फिर से सांसद बनाने का सपना लिए हुए बसपा से टिकट लेने लिए लगे हुए थे जब उन्हें पार्टी हाई कमान चुनाव लड़ाने से मना कर दिया तो वे पार्टी विरोधी काम करना शुरू कर दिया। पुख्ता सबुत मिलने के बाद आज उन्हें पुत्र समेत पार्टी से निकाल दिया गया।