
जौनपुर। आगामी लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद लगभग सभी राजनीतिक दलों द्वारा जौनपुर संसदीय सीट के लिये अपना-अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया गया है लेकिन सभी घोषित नामों से यह साफ जाहिर हो रहा है कि किसी भी दल को महिलाओं व मुस्लिमों से कोई लगाव नहीं है, क्योंकि किसी ने भी महिला व मुस्लिम को कोई तवज्जो नहीं दिया। उक्त बातें अखिल भारतीय अल्पसंख्यक अधिवक्ता एसोसिएशन के राष्ट्रीय संरक्षक एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता परवेज आलम सिद्दीकी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही। उन्होंने बताया कि सदर लोकसभा सीट पर लगभग आधी जनसंख्या महिलाओं की है तथा एक बड़ी संख्या मुस्लिम समाज की भी है। ऐसे में इन दोनों को नजरअंदाज करना राजनीतिक दलों की नियत व निर्णय पर सवालिया निशान उठ रहे हैं। भारी संख्या में रहने के बावजूद भी इन दोनों को राजनीतिक हिस्सेदारी न मिलने से ये अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मुस्लिम समाज का किसी संगठन या किसी सम्मानित पद पर न होना चिंता का विषय है। इतना ही नहीं, मुस्लिम समाज का हिमायती बताने वालों की असली नियत व राजनीतिक भागीदारी न मिलना चिंतनीय है। श्री सिद्दीकी ने अपील किया कि मुस्लिम समाज व महिलाएं एक होकर अपने उचित निर्णय के लिये विचार करें। इसके पहले भी बीते चुनावों में इस विषय को लेकर आवाज उठायी गयी थी लेकिन सभी के कान पर जूं तक नहीं रेंग रहा है, इसलिये समय आ गया है कि अपनी राजनीतिक हिस्सेदारी व अपने मत का निर्णय सोच-समझकर करें।