भट्ठा मालिक की दबंगई से परेशान मजदूर पहुंचे एसपी दरबार
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जौनपुर। वर्ष 2013 के अक्टूबर माह के अंतिम सप्ताह से लेकर आज तक मजदूरी न मिलने से क्षुब्ध होकर भट्ठा मजदूरों ने मंगलवार को कलेक्टेªट पहुंचकर आरक्षी अधीक्षक से मिलकर उन्हें लिखित रूप से अवगत कराते हुये अपनी पीड़ा सुनाया जिस पर उन्होंने आश्वस्त किया। आरक्षी अधीक्षक से की गयी लिखित शिकायत के अनुसार सिकरारा थाना क्षेत्र के बांकी गांव के अनुसूचित जाति (मुसहर) भट्ठा मजदूरी करके अपना परिवार पालते हैं। उनका कहना है कि वर्ष 2013 के माह अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से श्रवण सिंह व विकास सिंह निवासी ताहिरपुर थाना सिकरारा मजदूरी देना बंद कर दिये तथा मांगने पर गाली देते हुये मारते-पीटते हैं तथा जान से मारने की धमकी भी देते हैं। इतना ही नहीं, काम न करने की चेतावनी देने पर वे 4 मजदूरों को बंधुआ बनाकर रखे हैं जिसको लेकर गत दिवस जिलाधिकारी एवं आरक्षी अधीक्षक महोदय से शिकायत की गयी। पीडि़तों के अनुसार 9 मई को मजदूरी देने का दिन था लेकिन नहीं बांटा गया तथा कहना गया कि 12 मई को वोट पड़ने के बाद दिया जायेगा। 10 मई को भट्ठा मालिक विकास सिंह सहित मुंशी धर्मेन्द्र निवासी बांकी के अलावा दो अन्य मजदूरों की अगुवाई कर रहे इन्द्रजीत पुत्र काशी को भट्ठे पर ले गये जहां जमकर पिटाई किये। किसी तरह जान बचाकर पुलिस को अवगत कराया गया तो प्रार्थी के मां की बैंक की पासबुक से जबर्दस्ती 30 हजार रूपये निकाल लिये। शिकायत करने वालों में इन्द्रजीत के अलावा लल्लू, निशा, बेइला, अजोरा, सोनी, विरेन्द्र, परमिला, विनोद, अमरनाथ, संगीता, उषा, सुशीला, रामनेरश सहित सैकड़ों महिला रहीं जो अपनी गोद में दूधमुंहे बच्चों को ली थीं।