डोली उठने के तीन दिन पूर्व उठी अर्थी
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जौनपुर: विधि के विधान को कोई नहीं टाल सकता। यह कहावत जंघई क्षेत्र के अगहुआ बाजार निवासी सीताराम गुप्त पर चरितार्थ हुई। जिस बेटी की तीन दिन बाद डोली उठनी थी उसकी अर्थी को कंधा देना पड़ा। घर के आंगन में मंगलगीत की जगह चीख-पुकार सुन हर किसी की आंखें नम हो गईं।
जंघई
बाजार निवासी सीताराम गुप्त की पुत्री माधुरी गुप्ता की शादी तीन मई को तय थी। घर में खुशी का माहौल था। दूर-दराज से रिश्ते-नाते के लोग जुटने लगे थे लेकिन किसी को क्या पता था कि कुछ ही पल में अनर्थ हो जाएगा। हुआ यूं कि बुधवार की सुबह माधुरी के पेट में तेज दर्द शुरू हुआ। परिवार के लोग बाजार के नीम-हकीम चिकित्सक के यहां ले गए। चिकित्सक द्वारा दी गई दवा खाने के बाद युवती को उल्टी-दस्त शुरू हो गया। घबराए परिवार के लोग बंधवा बाजार स्थित प्राइवेट अस्पताल में ले गए जहां हालत नाजुक देख चिकित्सक ने जवाब दे दिया। परिवार के लोग आनन-फानन में उसको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मछलीशहर ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।