बाजार में दिखने लगी गले को तर वाली फल ‘लीची’
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जौनपुर। ठण्डी के बाद गर्मी का मौसम आते ही जहां लोगों के समक्ष पीने के लिये पानी की समस्या उत्पन्न हो जाती है, वहीं बाजारों में गले को तर करने के लिये तमाम देशी-विदेशी कम्पनियों के शीतल पेय पदार्थ नजर आने लगते हैं। इसी बीच जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीणांचलों में देखा जा सकता है कि गले को तर करने हेतु देशी पेय पदार्थों व फलों की आयद भी शुरू हो जाती है। जैसे जहां पेय पदार्थों में बेल, गन्ने, तरबूज, नीबू सहित अन्य का शरबत की दुकानों पर लोगों की भीड़ रहती है, वहीं फलों में खरबूज, ककड़ी, खीरा के साथ यदि लीची का नाम न लिया तो यह उसका अपमान है। इस समय बाजार में देखा जा रहा है कि ठेले आदि पर दुकानदार लीची को पानी से तर करते हुये जगह-जगह बेच रहे हैं जिसे खरीदने के लिये लोगों की भीड़ भी एकत्रित रहती है। स्वास्थ्य के लिये फायदेमंद मानी जाने वाली लीची को खाने से गले को तर करने में गर्मी से राहत मिलती है। फलों में अपना अलग स्थान रखने वाली लीची तो वैसे गर्मी में दिखायी पड़ती है लेकिन जितने भी समय दिखती है, लोग उसे बड़े चाव से खाते हैं। यही कारण है कि बाजार में आते उसका दाम उछल जाता है।