मेजर ध्यानचंद जैसा खिलाड़ी फिर नहीं दिखा
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जौनपुर : हाकी के जादूगर व महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती पर
शुक्रवार को जगह-जगह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान लोगों ने कहा
कि मेजर ध्यानचंद जैसा कोई खिलाड़ी नहीं पैदा हुआ।
सनबीम स्कूल कुल्हनामऊ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डा.हरेंद्र प्रसाद सिंह ने मेजर ध्यानचंद के चित्र पर माल्यार्पण किया।
प्रधानाचार्य मोनिका सिंह ने कहा कि दुनियां का सबसे बड़ा तानाशाह हिटलर भी उनके खेल का प्रशंसक बन गया था। उन्हें जर्मनी का सेनाध्यक्ष बनाने की पेशकश की थी मगर उन्होंने देशहित में उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस उपलक्ष्य में विद्यालय में विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। खेल प्रशिक्षक अंशुमान सिंह ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
इस मौके पर विनय उपाध्याय, विशाल सेठ, आलोक सिंह, निशा तिवारी, रोली दास, विनीता पांडेय, नीतू सिंह, श्वेता मिश्रा आदि मौजूद रही।
सनबीम स्कूल कुल्हनामऊ में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डा.हरेंद्र प्रसाद सिंह ने मेजर ध्यानचंद के चित्र पर माल्यार्पण किया।
प्रधानाचार्य मोनिका सिंह ने कहा कि दुनियां का सबसे बड़ा तानाशाह हिटलर भी उनके खेल का प्रशंसक बन गया था। उन्हें जर्मनी का सेनाध्यक्ष बनाने की पेशकश की थी मगर उन्होंने देशहित में उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इस उपलक्ष्य में विद्यालय में विभिन्न खेलों का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। खेल प्रशिक्षक अंशुमान सिंह ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
इस मौके पर विनय उपाध्याय, विशाल सेठ, आलोक सिंह, निशा तिवारी, रोली दास, विनीता पांडेय, नीतू सिंह, श्वेता मिश्रा आदि मौजूद रही।

