हद हो गई :पेंशन के लिए बना दिया विधवा
https://www.shirazehind.com/2014/09/blog-post_226.html
जौनपुर : जिला प्राबेशन विभाग में भ्रष्टाचार की हद हो गई है। इसका
अंदाजा इसी खबर से ही लगाया जा सकता है कि विधवा पेंशन देने के लिए पात्रों
का चयन नियमों को ताक पर किया जाता है। यही कारण है कि लाभ लेने के लिए
पतियों के रहते ही महिलाओं को विधवा बना दिया। इतना ही नहीं कागजी घोड़ा
दौड़ा एक मृतक को भी लाभ दिलवा रहे है। जिसकी जानकारी होने पर पीएम और सीएम
तक शिकायत की गई, किंतु जांच के नाम पर अभी तक कुछ भी नहीं शुरू हुआ, जो
खुद में प्रश्न खड़ा कर रहा।
मुफ्तीगंज विकास खंड के उमरी पांडेयपुर निवासी गजराज सिंह ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर खंड विकास अधिकारी तक शिकायत किया। जिसमें आरोप लगाया है कि अपात्रों को विधवा पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। श्री सिंह द्वारा अधिकारियों को भेजे गए पत्र के मुताबिक सुखनी देवी के पति बैजू राम जीवित है, किंतु इन्हें विधवा बता पेंशन दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इसी गांव की हंसराजी देवी, चंद्रबाला ,रजिया, रीता, मीरा व सुनीता के पति जीवित है, किंतु उन्हे कागज पर मृत दिखा दिया गया। साथ ही दीलरा पत्नी संकठा गांव की नहीं वह दूसरे गांव की निवासी थी और उसकी मौत हो भी हो चुकी है। जिन्हें बकायदा पात्र बताते हुए पेंशन की धनराशि दी जा रही है। इसके अलावा कई अन्य महिलाओं की जाति ही बदल कर लाभ दिया जा रहा है। आरोप है कि इसमें कुछ को इस बात की जानकारी ही नहीं है। गजराज सिंह ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने अगस्त के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से पत्र भेज शिकायत किया है। साथ ही दो सिंतबर को गृह मंत्रालय,ग्राम्य विकास मंत्रालय, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी जौनपुर सहित अन्य अधिकारियों से भी पत्राचार के माध्यम से शिकायत किया है।
मुफ्तीगंज विकास खंड के उमरी पांडेयपुर निवासी गजराज सिंह ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर खंड विकास अधिकारी तक शिकायत किया। जिसमें आरोप लगाया है कि अपात्रों को विधवा पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। श्री सिंह द्वारा अधिकारियों को भेजे गए पत्र के मुताबिक सुखनी देवी के पति बैजू राम जीवित है, किंतु इन्हें विधवा बता पेंशन दिया जा रहा है। इतना ही नहीं इसी गांव की हंसराजी देवी, चंद्रबाला ,रजिया, रीता, मीरा व सुनीता के पति जीवित है, किंतु उन्हे कागज पर मृत दिखा दिया गया। साथ ही दीलरा पत्नी संकठा गांव की नहीं वह दूसरे गांव की निवासी थी और उसकी मौत हो भी हो चुकी है। जिन्हें बकायदा पात्र बताते हुए पेंशन की धनराशि दी जा रही है। इसके अलावा कई अन्य महिलाओं की जाति ही बदल कर लाभ दिया जा रहा है। आरोप है कि इसमें कुछ को इस बात की जानकारी ही नहीं है। गजराज सिंह ने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने अगस्त के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से पत्र भेज शिकायत किया है। साथ ही दो सिंतबर को गृह मंत्रालय,ग्राम्य विकास मंत्रालय, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी जौनपुर सहित अन्य अधिकारियों से भी पत्राचार के माध्यम से शिकायत किया है।