अब ऑनलाइन होगी दवाओं की खरीदारी
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जौनपुर। स्वास्थ्य विभाग में दवाओं की खरीद-बिक्री में होने वाली लूट-खसोट व
कमीशनबाजी के खेल से निपटने के लिए शासन ने अनोखी पहल शुरू की है। इसमें
होने वाली किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने के उद्देश्य से शासन ने अब
दवाओं की खरीद-बिक्री के समस्त कार्य आनलाइन करने के निर्देश दिए हैं।
इसके लिए लखनऊ में सीएमओ को विशेष प्रशिक्षण देने के साथ ही इसका तत्काल
अनुपालन कराने को भी कहा गया है। विभागीय स्तर पर भी आवश्यक फाइलों व विवरण
आदि युद्धस्तर पर तैयार किया जा रहा है। सबकुछ ठीक रहा तो चार नवंबर से
कंप्यूटर पर दवाओं की लोडिंग का काम भी शुरू हो जाएगा। इसमें वेबसाइट पर
दवाओं की रखरखाव के साथ ही खरीद किए जाने वाली कंपनी का नाम, पता, सप्लायर
का विवरण समेत अन्य कई जानकारिया दर्ज की जाएंगी। बड़ी बात है कि वेबसाइट पर
मान्यता प्राप्त यानि एप्रूव्ड दवा कंपनियों के नाम भी दर्ज होंगे जहां से
दवाओं की खरीद होगी। इसमें आवश्यक दवाओं के नाम आदि भी अंकित रहेंगे और
उन्हें ही खरीदने की बाध्यता होगी। वेबसाइट पर जनपद में दवा खरीद के लिए
जारी किए जाने वाले बजट के साथ ही सापेक्ष में खर्च की गई धनराशि का विवरण
भी दर्ज होगा। बड़ी बात है कि दवाओं की उपलब्धता व अन्य जानकारियां समस्त
सीएचसी-पीएचसी पर भी बोर्ड पर अंकित यानि डिस्प्ले की जाएंगी। केंद्रों पर
मरीजों को कौन सी दवा लेनी है और नहीं इसके बारे में भी बताया जाएगा। इसमें
जो दवाएं उपलब्ध नहीं होंगी उसका चार्ट रोजाना लगाना होगा। कंप्यूटर में
समस्त विवरण दर्ज किए जाने के लिए विभागीय स्तर पर कंप्यूटर विशेषज्ञ भी
नियुक्त किए जाएंगे। ऐसे में इसके शुरू हो जाने के बाद दवाओं की उपलब्धता
को लेकर रोजाना होने वाली किचकिच के साथ ही इसमें धांधली पर भी पूर्णतया
विराम लग जाएगी।