भदोही में कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव को शुरु हुआ अनशन
https://www.shirazehind.com/2015/03/blog-post_377.html
भदोही। जिले के सुरियावां रेलवे स्टेशन पर वाराणसी-कुर्ला तक का सफर तय करने वाली कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव को लेकर सोमवार को पूर्व घोषणानुसार अनिश्चित कालीन अनशन शुरु हो गया। दोपहर को युवा समाजसेवी एवं कांग्रेस नेता सुनील उपाध्याय और बरिष्ठ कांग्रेसी नेता डा. भगौती प्रसाद अनशन सुरियावां रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां मौजूद लोगों ने उनका फूलमालाओं से स्वागत किया। सुरियावां रेलवे स्टेशन वाराणसी-लखनउ रेलखंड के भदोही और जंघई के मध्य पड़ता है। यहां कामायनी के ठहराव की लंबे समय से मांग की जा रही है।
सुनील उपाध्याय और डा. भगौती प्रसाद सुरियावां रेलवे स्टेशन पर कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए पांचवीं बार आमरण अनशन पर बैठें हैं। राजनेताओं और और रेल प्रशासन से बार-बार कामायनी के ठहराव के लिए सिर्फ आश्वासन ही मिला लेकिन टेन का ठहराव नहीं हो सका। भाजपा सांसद वीरेदं्र सिंह मंे भी ठहराव का भरोसा दिया था। लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई। अनशन कारियों का दावा है कि जब तक टेन का ठहराव नहीं किया जाता है तब तक यह अनशन जारी रहेगा। अनशन की सफलता के लिए व्यापारियों, छात्रों और किसानों व आम लोगों से समर्थन मांगा गया है। सुरियावां के लोगों की यह व्यापक मांग है। यहां की अधिकांश लोग मुंबई रहते है। मुंबई जाने के केवल यहां गोरखपुर-कुर्ला एक्सप्रेस का ठहराव है। जबकि यह कामायनी जंघई और भदोही रेलवे स्टेशनों पर रुकती है। दूसरी अन्य स्टेशनों पर जहां कामायनी का ठहराव है वहां से अधिक सुरियावां में टिकट विकता और यात्रियों की संख्या अधिक है। लेकिन इसके बाद भी यहां टेन का ठहराव नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर काफी समय से यह जनआंदोलन किया जा रहा है। लेकिन दुर्भाग्य से यह मामला राजनीति का शिकार हो चला है। मौसम की गड़बड़ी के बाद भी काफी संख्या में लोग सुरियावां रेलवे स्टेशन पर अनशकारियों का हौसला बढ़ाने पहुंच गए थे।
सुनील उपाध्याय और डा. भगौती प्रसाद सुरियावां रेलवे स्टेशन पर कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए पांचवीं बार आमरण अनशन पर बैठें हैं। राजनेताओं और और रेल प्रशासन से बार-बार कामायनी के ठहराव के लिए सिर्फ आश्वासन ही मिला लेकिन टेन का ठहराव नहीं हो सका। भाजपा सांसद वीरेदं्र सिंह मंे भी ठहराव का भरोसा दिया था। लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई। अनशन कारियों का दावा है कि जब तक टेन का ठहराव नहीं किया जाता है तब तक यह अनशन जारी रहेगा। अनशन की सफलता के लिए व्यापारियों, छात्रों और किसानों व आम लोगों से समर्थन मांगा गया है। सुरियावां के लोगों की यह व्यापक मांग है। यहां की अधिकांश लोग मुंबई रहते है। मुंबई जाने के केवल यहां गोरखपुर-कुर्ला एक्सप्रेस का ठहराव है। जबकि यह कामायनी जंघई और भदोही रेलवे स्टेशनों पर रुकती है। दूसरी अन्य स्टेशनों पर जहां कामायनी का ठहराव है वहां से अधिक सुरियावां में टिकट विकता और यात्रियों की संख्या अधिक है। लेकिन इसके बाद भी यहां टेन का ठहराव नहीं किया जा रहा है। इसे लेकर काफी समय से यह जनआंदोलन किया जा रहा है। लेकिन दुर्भाग्य से यह मामला राजनीति का शिकार हो चला है। मौसम की गड़बड़ी के बाद भी काफी संख्या में लोग सुरियावां रेलवे स्टेशन पर अनशकारियों का हौसला बढ़ाने पहुंच गए थे।