स्ववित्तपोषित शिक्षक करेंगे विधान भवन का घेराव
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जौनपुर। वीर बहादुर सिह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के स्ववित्तपोषित
शिक्षक संघ की बैठक गुरुवार को ओलंदगंज स्थित कार्यालय में हुई। इस दौरान
कुलपति की तरफ से शिक्षकों की अनदेखी करने पर विधानभवन का घेराव करने का
निर्णय लिया गया।
अध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय लगातार शिक्षकों की अनदेखी कर रहा है। प्रायोगिक परीक्षाओं, विश्वविद्यालयीय कार्यों से सुनियोजित ढंग से स्ववित्तपोषित शिक्षकों को हटाने व हर कार्य में दलाल संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षकों के सीपीएफ कटौती पर प्रबंधक व प्राचार्य के पक्ष में नियमों में शिथिलता, गलत व्याख्या दी जाती है। प्राचार्यो के इशारे पर विश्वविद्यालय में फर्जीवाड़े संबंधी जांच को ठंडे बस्ते में डाला गया। वर्ष 2014 की मुख्य परीक्षा में ढाई लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं में काल्पनिक अंकों के चढ़ाने व छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। शिक्षक आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए कुलपति हटाओ अभियान की शुरूआत की जाएगी। इसके लिए संघ के हर जनपद के शिक्षक प्रतिनिधियों ने बात कर विधानभवन का घेराव किया जाएगा।
इस मौके पर डा.पवन ¨सह, डा.विजय प्रताप तिवारी, डा.राममोहन अस्थाना, डा.सीबी पाठक, डा.महेंद्र ¨सह, डा.सदानंद मिश्र, डा.श्यामदत्त दूबे आदि मौजूद रहे।
अध्यक्ष डा.अनुराग मिश्र ने कहा कि पूर्वांचल विश्वविद्यालय लगातार शिक्षकों की अनदेखी कर रहा है। प्रायोगिक परीक्षाओं, विश्वविद्यालयीय कार्यों से सुनियोजित ढंग से स्ववित्तपोषित शिक्षकों को हटाने व हर कार्य में दलाल संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। शिक्षकों के सीपीएफ कटौती पर प्रबंधक व प्राचार्य के पक्ष में नियमों में शिथिलता, गलत व्याख्या दी जाती है। प्राचार्यो के इशारे पर विश्वविद्यालय में फर्जीवाड़े संबंधी जांच को ठंडे बस्ते में डाला गया। वर्ष 2014 की मुख्य परीक्षा में ढाई लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं में काल्पनिक अंकों के चढ़ाने व छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। शिक्षक आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए कुलपति हटाओ अभियान की शुरूआत की जाएगी। इसके लिए संघ के हर जनपद के शिक्षक प्रतिनिधियों ने बात कर विधानभवन का घेराव किया जाएगा।
इस मौके पर डा.पवन ¨सह, डा.विजय प्रताप तिवारी, डा.राममोहन अस्थाना, डा.सीबी पाठक, डा.महेंद्र ¨सह, डा.सदानंद मिश्र, डा.श्यामदत्त दूबे आदि मौजूद रहे।