गैरमान्यताप्राप्त विद्यालयों के खिलाफ चला अभियान ‘फ्लाप’
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जौनपुर। केराकत तहसील क्षेत्र में गैरमान्यताप्राप्त होने के बावजूद भी कुकरमुत्तों की तरह फैले विद्यालयों के विरूद्ध चलाया गया अभियान सम्बन्धित अधिकारियों की घोर उदासीनता व चांदी के जूतों की चमक के चलते पूरी तरह से फ्लाप नजर आने लगा है जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सूत्र बताते हैं कि अभियान के प्रति उदासीनता का रूख अख्तियार करने से इसकी पूरी तरह से सफलता पर गम्भीर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है जबकि अब भी पचासों ऐसे विद्यालय हैं जो बिना मान्यता के बेखौफ चल रहे हैं। इनमें अधिकांश तो ऐसे भी हैं जो मान्यता जूनियर हाईस्कूल की ले रखे हैं और विद्यालय चला रहे हैं हाईस्कूल तक की। वहीं कुछ ऐसे विद्यालय हैं जो शिक्षण कार्य अपने यहां चला रहे हैं और परीक्षा किसी दूसरे विद्यालय से दिलाते हैं। कुल मिलाकर इस तरह के खेल में शिक्षा माफियाओं की चमकर चांदी कट रही है। विभागीय सूत्रों के अनुसार खण्ड शिक्षा अधिकारी केराकत बसंत शुक्ला द्वारा की गयी जांच में कुल 18 विद्यालय गैरमान्यता के संचालित होते पाये गय जिनको उनके द्वारा नोटिस जारी करने के साथ 24 फरवरी 2015 को प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिये कोवताली में तहरीर भी दे दिया गया है। वहीं पुलिस सूत्रों की मानें तो सूचना के लगभग 6 माह बाद भी आज तक मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। इस सम्बन्ध में एबीएसए से पूछे जाने पर उनका कहना है कि 18 में 3 विद्यालयों को बंद करने की नोटिस भेजी गयी है। फिलहाल क्षेत्र में कुछ विद्यालय अभी भी कोचिंग चलाने की आड़ मंे धड़ल्ले से विद्यालय चलाने का खेल चांदी की चमक के बीच कर रहे हैं।